IAS Transfer 2024: ट्रेनी IAS के नखरे: ऑडी कार में चलने वाली आईएएस को चाहिए VIP सुविधा, कलेक्टर की रिपोर्ट पर सरकार ने किया ट्रांसफर

IAS Transfer 2024:ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर पुणे में तैनात थी. जिनका प्रशिक्षण पूरा होने से पहले ही मध्य महाराष्ट्र के वाशिम जिले में ट्रांसफर कर दिया गया है.

Update: 2024-07-10 08:05 GMT

IAS Transfer 2024:मुंबई: महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर(IAS officer Pooja Khedkar) अपने रवैये को लेकर सुर्ख़ियों में है. ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर पुणे में तैनात थी. जिनका प्रशिक्षण पूरा होने से पहले ही मध्य महाराष्ट्र के वाशिम जिले में ट्रांसफर कर दिया गया है. पूजा खेडकर की वीआईपी मांग से पुणे कलेक्टर डॉ. सुहास दिवासे(Collector Dr. Suhas Divase) के पत्र के बाद यह कार्रवाई हुई है.

पूजा खेडकर का ट्रांसफर 

इस सम्बन्ध में आदेश जारी किया गया है. आदेश में लिखा है कि 2023 बैच की ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर को उनके प्रशिक्षण की शेष समय पूरी करने के लिए वाशिम स्थानांतरित किया गया है. आईएएस पूजा खेडक 30 जुलाई, 2025 तक वहां सुपरन्यूमेरी सहायक कलेक्टर के रूप में काम करेंगी.

पुणे कलेक्टर के शिकायत पर कार्रवाई  

दरअसल,  32 वर्षीय ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर को मसूरी से ट्रेनिंग के बाद पुणे में बतौर अपर कलेक्टर तैनाती मिली थी. पूजा खेडकर जिला कलेक्टर कार्यालय से वीआईपी मांग करने लगी थी. जो एक ट्रेनी अफसर को नहीं दी जाती है. इससे परेशान होकर पुणे कलेक्टर डॉ. सुहास दिवासे ने अपर मुख्य सचिव मंत्रालय को रिपोर्ट दी. जिसके बाद पूजा खेडकर का ट्रांसफर कर दिया गया. 

पूजा खेडकर ने की थी वीआईपी मांग 

कलेक्टर डॉ. सुहास दिवासे ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर ड्यूटी ज्वाइन करने से पहले वॉट्सऐप पर मैसेज भेजकर खुद के लिए अलग से बैठने की व्यवस्था, सरकारी गाड़ी, लाल बत्ती, नेम प्लेट, आवास और कांस्टेबल की मांग कर रही थीं. जो कि प्रोबेशन पर चल रहे असिस्टेंट कलेक्टर को ये सुविधाएं देना नियमों के अनुरूप नहीं है. इस सम्बद्ध में पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर जो रिटायर्ड आईएएस अधिकारी है ने भी विशेष सुविधाओं के लिए दबाव बनाया.

अपर कलेक्टर के चेंबर पर कब्ज़ा किया

रिपोर्ट में ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर पर पुणे के अपर कलेक्टर अजय मोरे के चेंबर पर कब्ज़ा करने का आरोप है. 18 से 20 जून के बीच अपर कलेक्टर अजय मोरे जब सरकारी काम से मुंबई गए थे. इस दौरान पूजा खेडकर ने कुर्सियां, सोफा, टेबल सहित सभी सामान हटवा कर कब्जा कर लिया था. इतना ही नहीं उनके पूर्व कार्यालय पर अपने नाम का बोर्ड लगा दिया.

रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि आईएस ट्रेनी पूजा खेडकर अपने निजी ऑडी कार का इस्तेमाल कर रही हैं. जिसमे महाराष्ट्र सरकार लिखी हुई वीआईपी नंबर प्लेट और लाल-नीली बत्ती लगी हुई है. इतना ही नहीं उन्होंने राजस्व सहायक को उनके नाम का लेटरहेड, विजिटिंग कार्ड, पेपरवेट, नेमप्लेट, रॉयल सील, इंटरकॉम उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. 

जिसके बाद पुणे कलेक्टर ने अपर मुख्य सचिव सुजाता सैनिक, मंत्रालय को पत्र लिखा और कहा कि ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर पिछले तीन महीने से अधिकारियों को परेशान कर रही हैं और धमकी भी दी. खेडकर को पुणे में अपना प्रशिक्षण जारी रखने की अनुमति देना उचित नहीं है. कलेक्टर सुहास दिवसे की की शिकायत अपर मुख्य सचिव मंत्रालय ने कार्रवाई करते हुए पूजा खेडकर का ट्रांसफर कर दिया.

कौन हैं पूजा खेडकर

ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर ने 2023 बैच की अधिकारी है. UPSC की परीक्षा में उनकी ऑल इंडिया रैंक 821 आई थी. पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर पूर्व आईएएस अफसर है. दिलीप खेड़कर राज्य के प्रदूषण विभाग के आयुक्त रह चुके हैं. पूजा खेडकर की माँ डाॅ. मनोरमा खेडकर भलगांव की लोक नियुक्ता सरपंच हैं. पूजा खेडकर ने दृष्टिबाधित श्रेणी से यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की है. इस सम्ब्नध में खुद को दिव्यांग बताते हुए कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय में याचिका भी दायर की थी. जिसके लिए उन्होंने विकलांगता प्रमाण पत्र जमा किया था. उन्होंने खुद को मानसिक रूप से बीमार बताया. पूजा पर कथित तौर पर आईएएस में शामिल होने के लिए फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र बनाने का आरोप है. आईएएस पूजा खेडकर के विकलांगता का मामला भी सुर्ख़ियों में आ गया है. 



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