IPS Ratan Lal Dangi biography in Hindi आईपीएस रतनलाल डांगी का जीवन परिचय
IPS Ratan Lal Dangi biography in Hindi
IPS Ratan Lal Dangi biography in Hindi एनपीजी।
जन्मतिथि:– 1 अगस्त 1973
आईपीएस सर्विस में ज्वाइन करने की तिथि:– 1 सितंबर 2003
गृह राज्य:– नागौर जयपुर
आईपीएस रतनलाल डांगी 2003 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में सबसे पहले दो बार राष्ट्रपति वीरता पदक प्राप्त करने वाले वे पहले आईपीएस हैं। उनका जन्म राजस्थान राज्य के नागौर जिला के गांव मालास के मजदूर परिवार में हुआ। उनके पिता का नाम सुमन लाल और माता का नाम भंवरी देवी डांगी था। चार भाई-बहनों में रतनलाल डांगी सबसे छोटे हैं। मजदूर परिवार में जन्म लेने के चलते उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी कई बार स्कूल के बाद उन्हें खेतों में माता-पिता के साथ काम भी करना पड़ता था और मजदूरी भी करनी पड़ती थी। गरीब परिस्थितियों से होने के बावजूद भी रतनलाल डांगी में पढ़ने की ललक थी। उन्होंने प्राथमिक की शिक्षा अपने गांव के ही सरकारी स्कूल से प्राप्त की जिसके बाद उच्च प्राथमिक शिक्षा गांव से 4 किलोमीटर दूर स्थित पीपलाद माध्यमिक विद्यालय से की। उत्तर माध्यमिक शिक्षा उन्होंने परबतसर से प्राप्त की उन्होंने 12वीं में बायो और मैथ्स दोनों विषय लेकर बोर्ड की परीक्षा देने की रतनलाल डांगी पढ़ाई में शुरू से होशियार थे इन्होंने हमेशा अपनी क्लास में टॉप किया।
IPS Ratan Lal Dangi biography in Hindi बारहवीं तक की शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात टीचर्स की ट्रेनिंग कर 20 वर्ष की आयु में शासकीय स्कूल में रतनलाल डांगी ने शिक्षक के पद पर ज्वाइन कर लिया, और 6 वर्ष तक अध्यापन कार्य किया। इस दौरान उन्होंने एमडीएस यूनिवर्सिटी अजमेर से बीए और एमए के स्वाध्यायी छात्र के रूप में डिग्री प्राप्त की। फिर राजस्थान पीएससी निकालकर टैक्स इंस्पेक्टर के पद पर 2 साल काम किया। जिसके बाद दोबारा पीएससी देकर नायब तहसीलदार के पद पर चयनित हुए और 2 साल इस पद पर भी काम किया। 2002 में यूपीएससी में 226 रैंक हासिल कर रतनलाल डांगी आईपीएस बने और उन्हें 2003 बैच व छत्तीसगढ़ कैडर अलॉट हुआ।
IPS Ratan Lal Dangi biography in Hindi छत्तीसगढ़ में वे एसडीओपी कांकेर एसपी बीजापुर, कांकेर, कोरबा , बिलासपुर फिर कोरबा एसपी के पदस्थ रहे है। जिसके बाद डीआईजी कांकेर, दंतेवाड़ा व राजनांदगांव पदस्थ रहे हैं। व सरगुजा आईजी के साथ ही दुर्ग व बिलासपुर रेंज के आईजी का भी प्रभार संभाल चुके हैं। चंद्रखुरी पुलिस एकेडमी का डायरेक्टर होने के साथ ही साथ अब उन्हें राजधानी रायपुर जिले का आईजी बनाया गया है।
रतनलाल डांगी हेल्थ के लिए बहुत जागरूक रहते हैं। साथ ही लोगों को भी वीडियो के माध्यम से योगा व फिटनेस के लिए ट्रेनिंग मोटिवेशन देते हैं और युवाओं के सेना भर्ती के लिए ट्रेनिंग देते है। आईपीएस रतनलाल डांगी देशभर के युवाओं के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से कैरियर गाइडेंस उपलब्ध करवाते हैं और उन्हें शारीरिक फिटनेस व स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित करते हैं। पुलिस कर्मियों के लिए भी वे समय-समय पर फिटनेस के लिए योगा कैंप आयोजित करवाते हैं। जनता से सीधे रूबरू होने और उनकी समस्याएं सुन दूर करने के लिए सोशल मीडिया में भी रतनलाल डांगी काफी एक्टिव रहते हैं। युवाओं के लिए वे एक मार्गदर्शक मोटिवेशनल स्पीकर वह प्रेरणा स्त्रोत के समान है। उन्हें दो बार राष्ट्रपति वीरता पदक व एक बार सराहनीय सेवाओं के लिए भी पदक मिल चुका है। रायपुर आईजी बनने के बाद रतनलाल डांगी के बारे में कहा जा सकता है कि प्रदेश के इकलौते ऐसे आईपीएस हैं जो हर रेंज के आईजी बन चुके हैं। हालांकि बस्तर आईजी वह नहीं रहे थे पर दंतेवाड़ा व कांकेर डीआईजी रहने के दौरान उनके अंदर लगभग बस्तर के अधिकांश जिले आ चुके हैं।