IAS Puja Khedkar: पिस्तौल वाली दबंग मां, भ्रष्ट पिता और IAS पूजा के फर्जीवाड़े...जानिए खेडकर फैमिली के कारनामों की कहानी

IAS Puja Khedkar: इन दिनों महाराष्ट्र की ट्रेनी आईएएस ऑफिसर पूजा खेडकर सुर्ख़ियों में है. आईएएस पूजा खेडकर लगातार विवादों में घिरी हुई है. पहले पूजा खेडकर फर्जीवाडे को लेकर विवादों में आयी,

Update: 2024-07-18 08:56 GMT

IAS Puja Khedkar

IAS Puja Khedkar: इन दिनों महाराष्ट्र की ट्रेनी आईएएस ऑफिसर पूजा खेडकर सुर्ख़ियों में है. आईएएस पूजा खेडकर लगातार विवादों में घिरी हुई है. पहले पूजा खेडकर फर्जीवाडे को लेकर विवादों में आयी, फिर उनकी माँ मनोरमा खेडकर पिस्तौल से किसानों को डराने-धमकाने के मामले में फंसी, वहीं अब उनके पिता भी भ्रष्टाचार की वजह से विवादों में आ चुके हैं.

दिलीप खेडकर पर भ्र्ष्टाचार का आरोप 

दरअसल, आईएएस पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर पर सरकारी सेवा में रहे हैं. उनके कार्यकाल के दौरान उन्हें रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते दो बार निलंबित किया गया था. पहली बार 2018 में उन्हें सस्पेंड किया गया था. उस समय दिलीप खेडकर कोल्‍हापुर रीजनल ऑफिस में कार्यरत थे. उनपर पानी और बिजली रिस्टोर करने के लिए पैसे मांगेने के आरोप लगे थे. इसपर कोल्हापुर सॉ मिल व् टिम्बर मर्चेंट ने कोल्हापुर भ्रष्टाचार निरोधक शाखा(ACB) के पुलिस उपाधीक्षक से शिकायत की. उनपर व्‍यापारी से 25 से 50 हजार रुपए की मांगने का आरोप था. जिसके बाद उनका ट्रांसफर 24 मई 2018 को कोल्‍हापुर रीजनल ऑफिस से मैत्री सेल, महाराष्ट्र राज्य लघु उद्योग विकास निगम, मुंबई कर दिया गया था. लेकिन उन्होंने ज्वाइन नहीं किया था. बिना सूचना के करीब 6-7 महीने नौकरी पर नहीं आए.  

मुंबई में दिलीप खेडकर जब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी के रूप में तैनात थे तब उन पर 300-400 छोटे उद्यमियों ने अवैध रूप से पैसे वसूलने और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को परेशान करने का आरोप लगाया था. 6 अक्टूबर, 2015 में ये शिकायतें राज्य के उद्योग, खनन, पर्यावरण और लोक निर्माण विभाग के मंत्री द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष उठाई गईं थी. वही, दिलीप खेडकर को फरवरी, 2020 में महाराष्ट्र सिविल सेवा (आचरण) नियम और महाराष्ट्र सिविल सेवा (अनुशासन और अपील) नियम, साथ ही महाराष्ट्र जल (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) नियमों के तहत सस्पेंड कर दिया गया.

2023 में हुए थे रिटायर्ड 

दिलीप खेडकर के खिलाफ लगातार भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आते रहे. इसके चलते साल 2023 में सरकार ने उन्हें जबरन रिटायरमेंट लेने को कहा. जिसके बाद रिटार्यड हो गए . उस दौरान दिलीप खेडकर महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) के निदेशक के पद पर थे. बताया जा रहा है कि दिलीप राव खेडकर ने कार्यकाल के दौरान भारी मात्रा में संपत्ति जमा की थी. पुणे के मुल्शी तहसील में 25 एकड़ की एक जमीन भी ली थी. उनके पास पुणे में चार प्लॉट और अहमदनगर में 7 प्लॉट हैं.

पूजा खेडकर का विवाद सामने आने के बाद अब दिलीप खेडकर पर भी शिकंजा कसता दिख रहा है. सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी दिलीप के खिलाफ कथित आय से अधिक संपत्ति के मामले में ACB की जांच शुरू हो गयी है. 

मनोरमा खेडकर को पुलिस ने हिरासत में लिया

इधर, आईएएस पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर को पुणे ग्रामीण पुलिस ने हिरासत ले लिया है. किसान को अपनी लाइसेंसी बंदूक से धमकाने के मामले में उन्हें रायगढ़ के पास महाड से हिरासत में लिया गया है. वहां मनोरमा खेडकर एक होटल में रुकी हुई थीं. पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस उन्हें पुणे लाया जाएगा. जहाँ पूछताछ करने के बाद मनोरमा खेडकर को गिरफ्तार कर आज कोर्ट में पेश किया जा सकता है.

जानकारी के मुताबिक़, घटना पुणे के मुलशी तहसील के धाडवाली गांव की है. शुक्रवार,13 जुलाई की रात एक किसान ने प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के मां मनोरमा खेडकर और पिता दिलीप खेडकर समेत सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है. पुलिस ने सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 504, 506 के तहत दर्ज की गई है. आर्म्स एक्ट के तहत भी आरोप लगाए गए हैं. शिकायतकर्ता का आरोप है कि मनोरमा खेडकर ने पिस्तौल दिखाकर धमकाया था. वो अपने बॉडीगार्ड के साथ आयी थी. इसकेबाद गाली गलौज करने लगी. मनोरमा खेडकर जबरदस्ती उनकी जमीन हड़पने की कोशिश कर रही हैं. फ़िलहाल पुलिस वीडियो की जांच कर रही हैं. वही दिलीप खेडकर अभी भी फरार है.

संपत्ति का मामला

एनडीटीवी द्वारा प्राप्त दस्तावेज़ों के अनुसार, पूजा खेडकर के पास महाराष्ट्र में पांच भूखंड और दो अपार्टमेंट हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 22 करोड़ रुपये है. यह जानकारी परिवार के वित्तीय लेन-देन पर और सवाल खड़े करती है.

पूजा खेडकर ने फर्जी प्रमाणपत्र बनवाये

पूजा खेडकर कथित फर्जी प्रमाणपत्रों के अलावा नॉन-क्रीमी लेकर बताकर जांच के घेरे में आई हैं, जबकि उनके पास करोड़ों की संपत्ति है. पूजा खेडकर ने 3 दिव्यांगता सर्टिफिकेट के लिए 3 अलग-अलग पते का इस्तेमाल किया. मामले की जांच केंद्र सरकार की कमेटी कर रही है. उनके ऊपर यातायात नियमों के उल्लंघन को लेकर 27,000 रुपये का चालान भी लंबित है. अब उनके नाम और उम्र को लेकर भी विवाद सामने आया है. विवादों के बाद लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) ने उनकी महाराष्ट्र में ट्रेनिंग रोककर अकादमी वापस बुलाया है. IAS की नौकरी के लिए फर्जी दिव्यांगता सर्टिफिकेट दिया. 

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