CG Police Headquarters: पीएचक्‍यू का बढ़ा ग्लैमर: लंबे अर्से बाद कई दिग्‍गज अफसरों की एक साथ हुई पोस्टिंग

CG Police Headquarters: नवा रायपुर स्थित पुलिस मुख्‍यालय (पीएचक्‍यू) फिर से गुलजार हो गया है। लंबे अर्से बाद वहां एक साथ कई दिग्‍गज अफसरों की पोस्टिंग हुई है। संभवत: पीएचक्‍यू के नवा रायपुर स्‍थानांतरित होने के बाद पहली बार एक साथ 5 एडीजी पीएचक्‍यू में बैठेंगे।

Update: 2024-02-06 14:31 GMT

CG Police Headquarters: रायपुर। विष्‍णुदेव साय सरकार ने दो दिन पहले राज्‍य के पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल किया। आधी रात बाद (तड़के) जारी हुए ट्रांसफर आर्डर में राज्‍य के 46 अफसरों के नाम हैं। इसमें एडीजी से लेकर एसपी रैंक के अफसर शामिल हैं। यानी जिला से लेकर मुख्‍यालय तक सब कुछ बदल दिया गया है। 25 जिलों के कप्‍तान बदल लिए गए हैं। 6 में से 4 रेंज के आईजी बदल दिए गए हैं। इन सबके बीच पुलिस मुख्‍यालय (पीएचक्‍यू) का ग्‍लैमर बढ़ गया है, क्‍योंकि लंबे अर्से बाद एक साथ कई दिग्‍गज अफसरों की पीएचक्‍यू में पोस्टिंग हुई है।

ताजा फेरबदल में पीएचक्‍यू भेजे गए अधिकांश अफसरों का अपना नाम रहा है। कई हाई प्रोफाइल अफसर माने जाते हैं। इनमें एडीजी दीपांशु काबरा, आईजी डॉ. आनंद छाबड़ा, आईजी अजय यादव और आईजी बद्रीनारायण मीणा का नाम शामिल है। डॉ. छाबड़ा और अजय यादव राज्‍य के खुफिया विभाग के चीफ रह चुके हैं। दिपांशु काबरा रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और सरगुजा के आईजी रहे हैं। फिर जनसंपर्क आयुक्त और ट्रांसपोर्ट कमिश्नर जैसे महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो संभाले हुए हैं। इसी तरह बद्री मीणा दुर्ग रेंज के आईजी रहे हैं। उन्होंने एसपी के तौर पर नौ जिला किया है। कोई भी ऐसा बड़ा जिला नहीं है, जहां के वे एसपी नहीं रहे होंगे। बिलासपुर और दुर्ग के आईजी भी रहे।एडीजी काबरा के पीएचक्‍यू पहुंचने से पहले वहां एडीजी रैंक के 4 अफसर पदस्‍थ हैं। इनमें 1994 बैच के हिमांशु गुप्‍ता और शिवराम प्रसाद कल्‍लूरी, 1995 बैच प्रदीप गुप्‍ता और 1996 बैच के विवेकानंद शामिल हैं। काबरा 1997 बैच हैं। एडीजी और आईजी के साथ दो डीआईजी भी पीएचक्‍यू पहुंचे हैं। इनमें 2007 बैच बालाजी सोमावर और 2008 बैच की पारुल माथुर शामिल हैं। iपारुल एक समय बेहद प्रभावशाली रहीं।

जानकार कह रहे हैं कि 10- 15 साल बाद पीएचक्‍यू में इतनी रौनक नजर आएगी। पुराने पीएचक्‍यू में डीजीपी ओपी राठौर के कार्यकाल तक इसी तरह दिग्‍गज अफसर कामकाज संभालते थे। राजीव माथुर, आरएल आम्रवंशी, अनिल  नवानी, रामनिवास, गिरधारी लाल नायक, आरके विज, संजय पिल्‍ले, पवन देव, अरुण देव गौतम जैसे अफसर पीएचक्‍यू में बैठते थे। लेकिन वरिष्‍ठ रैंक पर अफसरों की कमी सहित अन्‍य कारणों से पीएचक्‍यू में अफसरों की कमी हो गई, लेकिन फिर एक बार वरिष्‍ठ रैंक के दिग्‍गज अफसर वहां पहुंच गए हैं।


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