CBI Raid in Chhattisgarh: DIG अभिनव खरे के नेतृत्व में CBI का छापा, छत्तीसगढ़ ऐसे पहुंची 50 अधिकारियों की टीम कि किसी को भनक नहीं लग पाई...

CBI Raid in Chhattisgarh: महादेव सट्टा ऐप केस में सीबीआई ने आज छत्तीसगढ़, भोपाल, कोलकाता और दिल्ली समेत 60 ठिकानों पर एक साथ मारा छापा। छापे का केंद्र चूकि रायपुर, भिलाई रहा, इसलिए यहां सीबीआई के डीआईजी अभिनव खरे पहुंचे हैं। 2009 बैच के आईपीएस अभिनव के पर्यवेक्षण में छापे की कार्रवाई की जा रही है।

Update: 2025-03-26 09:20 GMT
CBI Raid in Chhattisgarh: DIG अभिनव खरे के नेतृत्व में CBI का छापा

CBI Raid in Chhattisgarh

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CBI Raid in Chhattisgarh: रायपुर। सीबीआई ने महादेव बुक ऑनलाइन सट्टा ऐप में बड़ा कार्रवाई करते हुए छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में एक साथ 60 ठिकानों पर छापेमारी की है। सभी स्थानों पर अभी तलाशी चल रही है।

सीबीआई ने अभी-अभी अपने वेबसाइट पर जानकारी अपलोड करते हुए बताया है कि छापे में डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य बरामद किए गए हैं। तलाशी अभी जारी है।

छोटे-मोटे छापे में सीबीआई के एसपी लेवल के एडिशनल एसपी के लेवल को पर्यवेक्षण के लिए लगाया जाता है। चूकि रायपुर, भिलाई में हाई लेवल का रेड पड़ा है, इसलिए सीबीआई ने खासतौर से डीआईजी अभिनव खरे को छत्तीसगढ़ भेजा है। अभिनव 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। कर्नाटक कैडर के आईपीएस अधिकारी अभिनव लंबे समय से सीबीआई में हैं। पहले वे एसपी थे अब वहीं प्रमोट होकर डीआईजी बन गए हैं। अभिनव खरे बड़े तेज-तर्रार आईपीएस अधिकारी माने जाते हैं।

आईपीएस अभिनव के साथ दिल्ली से सीबीआई की 50 अधिकारियों की टीम छत्तीसगढ़ आई है। सीबीआई की इतनी बड़ी टीम छत्तीसगढ़ आई और किसी को कानोकान खबर नहीं लग पाई, इस बारे में खबरें ये आ रही कि सीबीआई टीम ने योजना को गुप्त रखने के लिए रायपुर की बजाए दिल्ली से बिलासपुर की फृलाइट ली। हालांकि, एनपीजी इसकी पुष्टि नहीं करता मगर दावे किए जा रहे कि कुछ अधिकारी नागपुर लैंड कर सीधे भिलाई पहुंचे और कुछ बिलासपुर हवाई पट्टी पर उतरे ताकि किसी को सीबीआई छापे की जानकारी लीक न हो सके।

कल 25 मार्च को हालांकि, बिलासपुर स्थित भारत सरकार की एक कंपनी पर सीबीआई छापे की खबर वायरल हुई थी, उसे भी इससे जोड़कर देखा जा रहा है। याने सीबीआई की टीम बिलासपुर में देखी गई मगर उसका क्लू नहीं मिल पाया कि वो किसलिए आई और किधर गई। सूत्रों ने इस बात से इंकार नहीं किया है कि सीबीआई की टीम बिलासपुर में सरकारी कंपनी की गेस्ट हाउस में रुकी होगी, इसको देखकर कंपनी के मुख्यालय पर छापे की बातें फैल गई।

सीबीआई ने आज सुबह मारे छापे की संक्षिप्त जानकारी अपने वेबसाइट पर अपलोड की है। उसके मुताबिक महादेव बुक ऑनलाइन सट्टेबाजी घोटाले की जांच में, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) आज छत्तीसगढ़, भोपाल, कोलकाता और दिल्ली में 60 स्थानों पर तलाशी ले रही है। इनमें राजनेताओं, वरिष्ठ नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों, महादेव बुक के प्रमुख पदाधिकारियों और मामले में शामिल होने के संदिग्ध अन्य निजी व्यक्तियों से जुड़े परिसर शामिल हैं।

सीबीआई द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार...यह मामला महादेव बुक के अवैध संचालन से संबंधित है, जो रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर द्वारा प्रवर्तित एक ऑनलाइन सट्टेबाजी मंच है, जो वर्तमान में दुबई में स्थित है। जांच से पता चला है कि प्रमोटरों ने अपने अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क के सुचारू और निर्बाध संचालन को सुनिश्चित करने के लिए कथित तौर पर लोक सेवकों को “सुरक्षा धन“ के रूप में पर्याप्त मात्रा में भुगतान किया।

सीबीआई ने कहा है कि शुरुआत में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) रायपुर द्वारा दर्ज किए गए इस मामले को बाद में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और अन्य आरोपी व्यक्तियों की भूमिका की व्यापक जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया गया था। तलाशी के दौरान डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य पाए गए और उन्हें जब्त कर लिया गया। तलाशी जारी है।

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