Chhattisgarh ACB News: रिश्‍वत की रकम के साथ रंगे हाथ पकड़े गए पटवारी और कोटवार: भ्रष्‍टाचार के खिलाफ एसीबी की लगातार कार्यवाही

Chhattisgarh ACB News: भ्रष्‍टाचार की शिकायतों पर एंटी करप्‍शन ब्‍यूरो (एसीबी) लगातार कार्यवाही कर रहा है। ब्‍यूरो ने आज एक पटवारी को रिश्‍वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है।

Update: 2024-06-19 11:15 GMT

Chhattisgarh ACB News: रायपुर। एंटी करप्‍शन ब्‍यूरो (एसीबी) ने आज एक पटवारी को रिश्‍वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। ब्‍यूरो के अफसरों ने बताया कि ग्राम भेड़सर दुर्ग निवासी विरेन्द्र देशमुख की शिकायत पर पटवारी और कोटवार के खिलाफ कार्यवाही की गई है।

अफसरों ने बताया कि प्रार्थी देशमुख और उसके परिवार के अन्य लोगों दादा जी की मृत्यु पश्चात् भूमि के बटांकन एवं ऋणपुस्तिका बनाने के कार्य के लिए आरोपी पटवारी रमेश कुमार देशलहरे और ग्राम कोटवार राजेश्वर दास उर्फ सुखदास से सम्पर्क किया। पटवारी और कोटवार ने प्राथी के काम के लिए प्रति व्यक्ति चार हजार रूपये के हिसाब से सात लोगों का कुल 28,000 रूपये रिश्वत की मांग की गई है जिसमें से 5,000 रू. एडवांस के रूप में भी लिया गया है।

प्रार्थी रिश्वत नहीं देता चाहता था, बल्कि रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। शिकायत सत्यापन पर सही पाये जाने से ट्रेप आयोजित कर आज आरोपी रमेश कुमार देशलहरे पटवारी भेड़सर एवं राजेश्वर दास उर्फ सुखदास (ग्राम कोटवार) को पटवारी कार्यालय में प्रार्थी से उसके हिस्से की राशि 3,000 रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है।

कल पकड़े गए थे 2 इंजीनियर

एक दिन पहले एसीबी ने कोरबा नगर निगम के 2 इंजीनियरों को पकड़ा था। अफसरों ने बताया कि कोरबा निवासी प्रार्थी मानक साहू ठेकेदारी करता है। प्रार्थी ने नगर निगम, कोरबा में विधिवत ठेका लेकर निर्माण कार्य किया। इसके एवज में उसे रनिंग बिल का भुगतान 21 लाख रूपयों का किया गया था। इस भुगतान के एवज और अन्य लंबित बिलों के भुगतान के एवज में आरोपी डी.सी. सोनकर, सहायक यंत्री, नगर निगम, ज़ोन दर्री, कोरबा द्वारा 35,000 रिश्वत की मांग की गई।

प्रार्थी रिश्वत नहीं देना चाहता था अपितु आरोपी को रिश्वत लेते पकड़वाना चाहता था अतः उसने इसकी शिकायत एन्टी करप्शन ब्यूरो के बिलासपुर कार्यालय में की। शिकायत का सत्यापन कराकर आज ट्रेप आयोजित किया गया। प्रार्थी, आरोपी सोनकर के पास नगर निगम कार्यालय, कोरबा गया और उसे रिश्वत की रकम 35000 ० देने लगा तो आरोपी सोनकर ने अपने उपयंत्री देवेन्द्र स्वर्णकार को दर्री ज़ोन कार्यालय में देने के लिए कहा।

इसके बाद प्रार्थी ने दर्री ज़ोन कार्यालय में उपयंत्री देवेन्द्र स्वर्णकार को 35000 दिये। जहां उसे उक्त रिश्वती रकम के साथ रंगे हाथों पकडा गया। दोनों ही आरोपियों को अभिरक्षा में लेकर उनके निवास स्थानों की तलाशी ली जा रही है। दोनों ही आरोपियों के विरूद्ध धारा- 7 एवं 12 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988, (यथा संशोधित 2018) के तहत कार्यवाही की जा रही है।

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