CG PSC Scam: छत्‍तीसगढ़ में सीबीआई का छापा: सीजीपीएससी के तत्‍कालीन अध्‍यक्ष और सचिव के रायपुर व भिलाई स्थित‍ ठिकानों पर चल रही है जांच

CG PSC Scam: छत्‍तीसगढ़ पीएससी की भर्ती में हुई गड़बड़ी की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने पीएससी के तत्‍कालीन अध्‍यक्ष और सचिव के ठिकानों पर दबिश दी है।

Update: 2024-07-15 12:10 GMT

CG PSC Scam: रायपुर। केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने रायपुर और भिलाई में छापा मार कार्यवाही की है। ये छापे छत्‍तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजी पीएससी) के तत्‍कालीन अध्‍यक्ष टामन सिंह सोनवानी और तत्‍कालीन सचिव जीवन किशोर ध्रुव के ठिकानों पर मारे गए हैं। सीबीआई सूत्रों के अनुसार अध्‍यक्ष और सचिव के साथ ही परीक्षा नियंत्रण के आवासीय परिसरों की तलाशी ली जा रही है।

बता दें कि सीबीआई ने छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के अनुरोध पर तत्कालीन अध्यक्ष, तत्कालीन सचिव, तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक, छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) एवं अन्यों के विरुद्ध ईओडब्ल्यू/एसीबी पुलिस स्टेशन, रायपुर में अपराध संख्या 05/2024 तथा अर्जुन्दा पुलिस स्टेशन, जिला - बालोद में अपराध संख्या 28/2024 के तहत पूर्व में दर्ज मामलों की जांच के लिए मामला दर्ज किया। इन सभी पर आरोप है कि उन्होंने अपने बेटे, बेटी, रिश्तेदारों, अपने परिचितों आदि को भर्ती करके अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया, जो वर्ष 2020-2022 के दौरान, आयोजित परीक्षा व साक्षात्कार में छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के विभिन्न पदों के लिए कथित रूप से अयोग्य उम्मीदवार थे।

यह आरोप है कि तत्कालीन अध्यक्ष के बेटे का चयन कथित तौर पर डिप्टी कलेक्टर, उनके बड़े भाई के बेटे का चयन डिप्टी एसपी एवं उनकी बहन की बेटी का चयन लेबर ऑफिसर, उनके बेटे की पत्नी का चयन डिप्टी कलेक्टर तथा उनके भाई की बहू का चयन जिला आबकारी अधिकारी के पद पर हुआ। आगे यह आरोप है कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के तत्कालीन सचिव ने अपने बेटे का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर कराया। यह भी आरोप है कि अन्य के अतिरिक्त, छत्तीसगढ़ सरकार के तत्कालीन वरिष्ठ अधिकारियों के पुत्रों, पुत्रियों, रिश्तेदारों के साथ-साथ राजनीतिक नेताओं एवं पदाधिकारियों को डिप्टी कलेक्टर व डीएसपी आदि के रूप में चयनित किया गया।

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