Budget session of the Assembly: हाईप्रोफाइल बंदियों की जेल से अस्‍पताल यात्रा: शराब और कोयला घोटला के आरोपी दिसंबर से पहले महीनों रहे अस्‍पताल में, अब नहीं पड़ रहे बीमार

Budget session of the Assembly: प्रदेश के चर्चित शराब और कोयला घाटला में करीब दर्जनभर हाई प्रोफाइल लोग जेल में बंद हैं। इनमें से कुछ दिसंबर के पहले तक लगातार अस्‍पताल का चक्‍कर लगा रहे थे।

Update: 2024-02-22 08:43 GMT

Budget session of the Assembly: रायपुर। कोयला और शराब घोटला के आरोप में जेल में बंद 6 आरोपियों को ईलाज के लिए अस्‍पताल से बाहर लाया गया है। अस्‍पताल का सबसे ज्‍यादा चक्‍कर सूर्यकांत तिवारी और अनवर ढेबर ने लगाया है। यह जानकारी विधानसभा में डिप्‍टी सीएम विजय शर्मा ने राजेश मूणत के एक प्रश्‍न के लिखित जवाब में दिया है। इसमें दिलचस्‍प बात यह है कि इन 6 में से 5 बंदी दिसंबर 2023 के पहले महीनों अस्‍पताल में रहे हैं। बार-बार उन्‍हें भर्ती कराया गया, लेकिन दिसंबर में प्रदेश में सत्‍ता परिवतर्न के बाद इन पांचों में से एक भी बीमार नहीं पड़ा है।

मूणत ने पूछा था कि शराब तथा कोयला घोटाले में लिप्त आरोपियों, जिन्हें न्यायालय के आदेश पर केंद्रीय कारागार, रायपुर में निरूद्ध किया गया है, क्या उन्हें सामान्य कैदियों की तरह सामान्य बैरकों में रखा गया है? अथवा किसी प्रकार की विशिष्ट बेरकों में रखते हुए विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं? आरोपी गणों में कितनों को, किस तिथि से, किस तिथि तक, चिकित्सक की सलाह पर अस्पतालों (निजी/शासकीय) में भर्ती रखा गया? जानकारी देवें? क्या आरोपीगणों को जेल का सामान्य भोजन के स्थान पर घर का भोजन लेने की सुविधा है तो किस-किस को तथा किस आधार पर? जेल के किस-किस वरिष्ठ अधिकारी ने इन्हें दी जा रही सुविधाओं के संबंध में कब-कब, आकस्मिक निरीक्षण किया?

इस पर मंत्री शर्मा ने बताया कि शराब तथा कोयला घोटाले में लिप्त अरोपियों, जिन्हें न्यायालय के आदेश पर केन्द्रीय कारागार, रायपुर में निरूद्ध किया गया है, उन्हें सामान्य कैदियों की तरह सामान्य बैरकों में रखा गया है। जेल नियमावली के अनुसार बैरको में रखते हुए सुविधाएं दी जा रही है। 06 आरोपीगणों को चिकित्सक की सलाह पर अस्पतालों (निजी/शासकीय) में भर्ती रखा गया। आरोपीगणों को जेल का सामान्य भोजन के स्थान पर घर का भोजन लेने की सुविधा नही है। जेल के किसी भी वरिष्ठ अधिकारी ने आरोपीगणों को दी जा रही सुविधाओं के संबंध में आकस्मिक निरीक्षण नहीं किया है।

विधानसभा में दी गई जानकारी के अनुसार अनवर ढेबर 14 जून 2023 को अंबेडकर अस्‍पताल ले जाया गया। इसके बाद वे 24 जुलाई तक अस्‍पताल मेडिसीन विभाग में भर्ती रहे। सके बाद फिर 22 से 24 जुलाई तक उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था। त्रिलोक ढिल्‍लन को 22 से 8 जुलाई तक फिर 12 अगस्‍त से 16 अगस्‍त तक अस्‍पताल में रखा गया था। नितेश पुरोहित 14 से 17 जून 2023, 25 जून से 8 जुलाई 2023 और 12 अगस्‍त से 16 अगस्‍त तक अंबेडकर अस्‍पाल में भर्ती रहे।

सुनील अग्रवाल को 8 से 14 दिसंबर 2022 तक फिर 15 दिसंबर से 23 दिसंबर 2022 अंबेडकर अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद अप्रैल 2023 में 15 से 16 तारीख फिर 17 मई से 21 जून इसके बाद 22 जून से 6 जुलाई तक अंबेडकर अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं, लक्ष्‍मी कांत तिवारी को इस वर्ष 17 जनवरी को आंखों के इलाज के लिए एक निजी अस्‍पताल में ले जाया गया था, जहां 21 जनवरी तक वे भर्ती रहे। सूर्यकांत तिवारी को 17 व 18 नंबर 2022 को अंबेडकर अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था। 18 से 19 फरवरी 2023, 17 से 29 अप्रैल 2023 तक फिर से भर्ती किया गया था। 2023 में ही 15 मई से 8 जुलाई तक तिवारी फिर अंबेडकर अस्‍पताल में भर्ती रहे।

Tags:    

Similar News