Breaking News: बिग ब्रेकिंग: पीएससी मामले में सोनवानी के साथ छत्‍तीसगढ़ के एक बड़े उद्योगपति को सीबीआई ने किया गिरफ्तार

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Update: 2024-11-18 13:43 GMT

Breaking News: रायपुर। पीएससी भर्ती घोटाला में सीबीआई ने पीएससी के तत्‍कालीन चेयरमैन के साथ ही प्रदेश के एक बड़े उद्योगपति को भी गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने एक संक्षित प्रेस विज्ञप्ति में दोनों गिरफ्तारियों की जानकारी दी है।

सीबीआई की तरफ से जारी विज्ञप्ति के अनुसार पीएससी के पूर्व चेयमैन टामन सिंह सोनवानी के साथ ही श्री बजरंग पावर एंड इस्‍पात के डॉयरेक्‍टर श्रवण कुमार गोयल को भी गिरफ्तार किया है।  इन की गिरफ्तारी भर्ती में चयन के लिए 45 लाख रुपये की रिश्‍वत लेने के आरोप में हुआ है।

सीबीआई ने श्री बजरंग पावर के डॉयरेक्‍टर श्रवण कुमार गोयल को भी गिरफ्तार किया है। सोनवानी पूर्व आईएएस है और पीएससी के अध्यक्ष रहे थे। पीएससी में धांधलीकर सोनवानी के कई रिश्तेदारों चयन की शिकायत थी। मामले में भाजपा के नेता और पूर्व विधायक ननकी राम कंवर ने हाईकोर्ट में एक याचिका भी पेश की थी।

टामन सिंह सोनवानी के अलावा पीएससी के सचिव रहे जीवन किशोर ध्रुव पर पीएससी में भाई भतीजा वाद के आरोप लगे थे। ननकी राम कंवर ने 18 अभ्यर्थियों की सूची उपलब्ध करवाई थी। जिसके अनुसार सोनवानी ने अपने बेटे बेटी के अलावा भतीजा बहू एवं अन्य रिश्तेदारों को डिप्टी कलेक्टर डीएसपी एवं आबकारी अधिकारी जैसे बड़े पदों पर नियुक्ति दी थी इसके अलावा तत्कालीन राज्यपाल के सचिव रहे अमृत खलको के बेटे– बेटी और कांग्रेस नेताओं तथा अफसर के बच्चों के अवैध तरीके से चयन का आरोप लगा सीबीआई जांच की मांग की गई थी। विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान बिलासपुर के साइंस कॉलेज में हुई सभा में पहले नरेंद्र मोदी फिर अमित शाह ने पीएससी के गुनहगारों को नहीं बख्शने की बात कही थी।

राज्य में भाजपा की सरकार आने के साथ ही ईओडब्ल्यू में पीएससी भर्ती घोटाले पर अपराध दर्ज हुआ। इसके बाद इसे जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया गया था। सीबीआई ने इस मामले में छापा मार कार्यवाही भी की थी।

सीबीआई ने भी इसी साल 9 जुलाई को पूर्व अध्यक्ष, सचिव समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश) और 420 (धोखाधड़ी) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 (रिश्वत), 7A (लोक सेवक को प्रभावित करना) और 12 (उकसाना) के तहत दर्ज की गई है। एफआईआर में सोनवानी, ध्रुव सहित अन्य लोक सेवकों का नाम दर्ज की है। अब पूर्व अध्यक्ष सोनवानी को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ के बाद अन्य गिरफ्तारियों की भी संभावना है।

बता दें कि सीजी पीएससी भर्ती मामले में दर्ज एफआईआर के आधार पर मामले की जांच में जुटी सीबीआई ने अगस्‍त में छापा मार कार्रवाई की थी। सीबीआई ने टामन सिंह सोनवानी के साथ ही पूर्व आईएएस व पीएससी में चयिनत कुछ उम्‍मीदवरों के 15 ठिकानों पर पहुंची थी। छापे में इलेक्‍ट्रानिक उपकरण के साथ ही बड़े पैमाने पर दस्‍तावेज आदि जब्‍त किए गए थे। इनकी जांच के बाद सीबीआई ने अब सोनवानी को गिरफ्तार किया है।

जानिये.. किस एफआईआर के आधार पर सीबीआई कर रही है जांच

पीएससी भर्ती में हुई गड़बड़ी के मामले में राज्‍य में दो एफआईआर दर्ज किए गए थे। इसमें से एक शिकायतों के आधार पर ईओडब्‍ल्‍यू-एसीबी ने दर्ज किया था। दूसरा बालोद जिला में एक अभ्‍यर्थी ने दर्ज कराया था। यही दोनों एफआईआर सीबीआई को ट्रांसफर किया गया है। एफआईआर में सोनवानी सहित कई अफसरों और नेताओं के नाम हैं।

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