कोरिया ज़िला पंचायत में भाजपा ! तीनों विधायक कांग्रेस के.. फिर भी डूब गई नाव.. दस में से केवल तीन पर जीती कांग्रेस.. कमरो ने बचाई लाज

Update: 2020-02-04 05:53 GMT

बैकुंठपुर,4 फ़रवरी 2020। किसी ने शायद ही सोचा हो कि कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले कोरिया में ज़िला पंचायत में वो हश्र होगा कि भरोसा करना मुश्किल हो जाए। जबकि राज्य की सत्ता पर भाजपा क़ाबिज़ थी, ज़िला पंचायत पर कांग्रेस क़ाबिज़ थी, बीते ज़िला पंचायत में दस में से पाँच पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, गोंडवाना के सहयोग से कांग्रेस ने ज़िला पंचायत पर क़ब्ज़ा कर लिया था। यह आलम तब था जबकि ज़िले के तीनों विधानसभा सीटों पर भाजपा क़ाबिज़ थी।अब जबकि सरकार कांग्रेस की है, तीनों विधानसभा में क़ब्ज़ा कांग्रेस का है,ज़िला पंचायत में कांग्रेस महज़ तीन सीटों पर सिमट गई है। आलम यह था कि, कांग्रेस पूरी ताक़त झोंकने के बावजूद ज़िला पंचायत अध्यक्ष रही कलावती मरकाम को जीता नहीं पाई।
कोरिया ज़िले के बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में चार ज़िला पंचायत क्षेत्र हैं, चारों पर कांग्रेस हार गई। एक ईलाके में तो कांग्रेस मुख्य मुक़ाबले पर ही नहीं रही, कांग्रेस पृष्ठभूमि के नगर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले वेदांती तिवारी ने जीत दर्ज की और कांग्रेस यहां तीसरे नंबर पर बमुश्किल टिक पाई। मनेंद्रगढ़ विधानसभा में एक ज़िला पंचायत क्षेत्र था,यहाँ भी कांग्रेस के लिए मीठी खबर नहीं आई। मनेंद्रगढ़ विधानसभा के ही क्षेत्र से पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष कलावती मरकाम चुनाव लड़ रहीं थीं, जिन्हे जिताने की पूरी कोशिशों के बावजूद जनता ने ज़िला पंचायत के बजाय घर रवाना कर दिया। भरतपुर सोनहत विधानसभा में में पांच सीटें थीं और यहीं से कांग्रेस के लिए खूशखबरी आई।
जो आंकड़े सामने आए हैं उसके हिसाब से दस सीट वाले कोरिया ज़िला पंचायत में भाजपा को पाँच सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस को केवल तीन, और निर्दलीय दो सीटों पर क़ाबिज़ हैं।
ज़ाहिर है अब कोई बहुत बड़ा उलटफेर ही कांग्रेस को ज़िला पंचायत में क़ब्ज़ा दिला सकता है। सियासत में असंभव कुछ नहीं है लेकिन फ़िलहाल मामला भाजपा के खाते में है।

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