Shardiya Navratri 2023: नवरात्रि में राजनीति छोड़कर मां शक्ति की आराधना में जुटे बिहार के नेता

Shardiya Navratri 2023: बिहार में राजनीति का अपना मिजाज है। हर छोटी बड़ी घटनाओं में नेता राजनीति खोज लेते हैं, लेकिन शारदीय नवरात्रि में नेता फिलहाल राजनीतिक हैसियत बढ़ाने के लिए खुद मां दुर्गा की आराधना में जुटे हैं। बिहार में कई दिग्गज नेता जहां मां के मंदिर दरबार में पहुंचकर मां से आशीर्वाद ले रहे हैं तो कई नेता घर में ही कलश स्थापना कर मां की आराधना में जुटे हैं।

Update: 2023-10-19 12:31 GMT

Shardiya Navratri 2023: बिहार में राजनीति का अपना मिजाज है। हर छोटी बड़ी घटनाओं में नेता राजनीति खोज लेते हैं, लेकिन शारदीय नवरात्रि में नेता फिलहाल राजनीतिक हैसियत बढ़ाने के लिए खुद मां दुर्गा की आराधना में जुटे हैं। बिहार में कई दिग्गज नेता जहां मां के मंदिर दरबार में पहुंचकर मां से आशीर्वाद ले रहे हैं तो कई नेता घर में ही कलश स्थापना कर मां की आराधना में जुटे हैं।

बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गुरुवार को गोपालगंज पहुंचकर थावे मंदिर परिसर में कई योजनाओं का शिलान्यास किया तो थावे वाली मां की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर कलश स्थापना की गई है। नवरात्रि के पहले दिन की पूजा में राबड़ी अपनी पौत्री (उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की पुत्री) कात्यायनी को गोद में लेकर बैठीं थी। बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव भी अपनी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के साथ पूजा करते दिखे।

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी नवरात्रि में विंध्याचल में पूजा-अर्चना की। वे मैहर और काशी-विश्वनाथ भी गए। सरकार के कई मंत्री आराधना में जुटे हैं। बताया जाता है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी मां की आराधना में जुटे हैं। अपने निजी आवास पर कलश की स्थापना की है और खुद फलाहार रहकर मां की आराधना में जुटे हैं।

भाजपा के प्रवक्ता राकेश कुमार सिंह और आईटी सेल के पूर्व सह संयोजक शुभम राज सिंह भी इस नवरात्रि मां की आराधना में जुटे हैं। वह घर में कलश की स्थापना कर मां की पूजा कर रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह के आवास पर कलश स्थापित किया गया है।

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