Bihar Teacher News: IAS वर्सेज शिक्षकः स्कूल शिक्षा में कड़ाई पर बिहार में आमने-सामने हुए ACS केके पाठक और शिक्षक, काली पट्टी लगाया, CM नीतीश को लिखा तीखा पत्र

Bihar Teacher News: बिहार में स्कूल शिक्षा विभाग के एडिशनल चीफ सिकरेट्री केके पाठक ने सूबे में जब से स्कूल शिक्षा विभाग में सुधार के काम शुरू किए हैं, शिक्षकों में उनके खिलाफ विरोध तेज होते जा रहे हैं। बात अब यहां तक पहुंच गई है कि शिक्षक अब एसीएस के फैसलों के खिलाफ काली पट्टी लगाकर सड़क पर उतर आए हैं।

Update: 2024-05-24 11:58 GMT

Bihar Teacher News: पटना। बिहार के सीनियर आईएएस अफसर और स्कूल शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक ने जब से बिहार शिक्षा विभाग का दायित्व संभाला है, स्कूल शिक्षा में कसावट लाना प्रारंभ कर दिया है। स्कूलों की बदहाल स्थिति को पटरी पर लाने उन्होंने कई उल्लेखनीय फैसले लिए हैं। शिक्षकों पर भी वे कड़ाई कर रहे हैं। राज्य के स्कूलों में पढाई स्थिति में सुधार हो इसके लिए लापरवाह शिक्षकों पर लगाम लगा रहे हैं और अगर कोई शिक्षक लापरवाही करते पाते जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई करने से भी पीछे नहीं हटते हैं. लेकिन पिछले कुछ दिनों से केके पाठक के रवैय्या से शिक्षक परेशान हो चुके हैं. शिक्षक अब उनके विरोध में उतर आये हैं. शिक्षकों ने केके पाठक के 6 बजे स्कूल आने वाले आदेश पर नाराजगी जताते हुए विद्यालय में तालाबंदी की घोषणा की है.

काली पट्टी बांध विरोध 


आज यानी शुक्रवार 24 मई को शिक्षकों ने केके पाठक के तानाशाही रवैये से तंग आकर अपने बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध किया. राज्य के कई स्कूलों में शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर बच्चों को पढ़ाया.

सीएम को पत्र

बता दें पिछले सप्ताह शुक्रवार 17 मई को बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री नीतीश को इस सम्बन्ध में पत्र लिखा था. जिसमे उन्होंने आदेश वापस न लेने पर काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करने की आव्हान किया था. 

स्कूलों में तालाबंदी  

बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने पत्र में लिखा है...स्कूल शिक्षा विभाग की मनमानी एवं तानाशाही रवैया से सम्पूर्ण राज्य के शिक्षक काफी परेशान हैं। विभिन्न आदेशों से ऐसा प्रतीत होता है कि शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों का मस्तिष्क खराब हो चुका है. शिक्षा विभाग की गनमानी गलत आदेशों के विरुद्ध कई पत्र आपको लिखा गया, परन्तु आपके स्तर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. वहीँ शिक्षकों का कहना है “अगर सरकार अपने गलत आदेशों को वापस नहीं लेती है तो राज्य के सभी विद्यालयों में पूर्ण तालाबंदी की घोषणा की जायेगी. इससे जो नुकसान होगा उसके लिए राज्य सरकार खुद जिम्मेदार होगी.“ 

देखें पत्र ...


आदेश और शिक्षकों की मुसीबत 

दरअसल, बीते सप्ताह पहले शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया था कि शिक्षकों को सुबह 6ः00 बजे स्कूल पहुंचना होगा और 1ः30 बजे तक कक्षा का संचालन किया जाएगा. साथ ही स्कूल आते ही सेल्फी ग्रुप में भेजनी होगी. इसके अलावा तस्वीर डेढ़ बजे भी ग्रुप में तस्वीर भेजनी होगी. इस वजह से शिक्षकों और बच्चों सुबह जल्दी स्कूल पहुंचना पड़ रहा है. छोटे बच्चे आधी नींद में स्कूल पंहुच रहे हैं. कई शिक्षको को लम्बा सफर करके स्कूल आना पड़ रहा है. जिसके चलते कई हादसे का भी शिकार हो रहे हैं. कुछ दिन पहले एक शिक्षक सड़क हादसे की चपेट में आगे. वहीँ 12 बजे बच्चे तो डेढ़ बजे कड़ी धुप में शिक्षक घर जा रहे हैं. आए दिन बच्चे और टीचर भीषण गर्मी और लू से बीमार पड़ रहे हैं. गुरूवार को जमुई के एक स्कूल में शिक्षिका और बच्चा बेहोश हो गया था.वहीँ आज औरंगाबाद में करीब डेढ़ दर्जन बच्चे बीमार पड़ गए है. जिन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया. शिक्षको का कहना है अब विभाग का आदेश जान पर बन आया है..

जानिए कौन है आईएएस केके पाठक

आईएएस केके पाठक बिहार कैडर के 1990 बैच के आईएएस अफसर हैं। कड़क मिजाज के आईएएस केके पाठक अक्सर अपने फैसलों को लेकर चर्चा में रहते है। बिहार में शराबबंदी के क्रियान्वयन में केशव कुमार पाठक की महत्वपूर्ण भूमिका है। बड़े बड़े नेताओं से भिड़ने वाले केके पाठक वर्तमान में स्कूलों की टाइमिंग  बदलने को लेकर चर्चाओं में है। उनके बारे में पढ़ने के लिए यहाँ क्लीक करें...

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