मुख्यसचिव व प्रमुख सचिव स्तर के अफसरों पर लगा नौकरी के नाम पर यौन शोषण करने का आरोप

Update: 2022-10-16 13:48 GMT

नई दिल्ली 16 अक्टूबर 2022। मुख्य सचिव रह चुके आईएएस व प्रमुख सचिव स्तर के अफसर पर यौन शोषण का आरोप लगा है। 21 वर्षीय युवती ने नौकरी लगवाने का झांसा देकर यौन शोषण करने का आरोप अफसरों पर लगाया है। पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर एसआईटी का गठन किया है।

मामला अंडमान निकोबार द्वीप समूह केंद्र शासित प्रदेश का है। यहां 1990 बैच के आईएएस जितेंद्र नारायण मुख्य सचिव के पद पर तैनात थे। फिलहाल वे दिल्ली वितीय निगम के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक है। वही आर एल ऋषि वहां श्रम आयुक्त है। 21 वर्षीय युवती ने केंद्र शासित प्रदेश के एबरडीन पुलिस स्टेशन में इसी माह मामला दर्ज करवाया है। शिकायत के अनुसार वह नौकरी की तलाश कर रही थी तभी एक होटल मालिक ने उसकी पहचान श्रम आयुक्त आरएल ऋषि से करवाई। ऋषि ने उसे मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण से मिलवाया। महिला ने बताया कि आर एल ऋषि ने अपनी कार से उसे मुख्य सचिव के आवास लेकर के गए जहां उसे शराब पीने को कहा गया पर उसके मना करने पर दोनो अफसरों ने उसका बेरहमी से रेप किया। यह घटना इसी साल के अप्रैल की है। फिर दो सप्ताह बाद मई माह में फिर से बंगले बुला कर रेप किया गया।

महिला की 21 अगस्त को शिकायत मिलने के बाद जांच के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में एक विशेष जांच टीम बनाई गई। जांच में जिस कार का महिला ने अपनी शिकायत में जिक्र किया है वह श्रम आयुक्त आरएल ऋषि के नाम पर ही निकली है। महिला ने 164 के कथन में भी अप्रैल व मई में दो बार तत्कालीन मुख्य सचिव के आवास में गैंगरेप की बात कही है। साथ ही उसने आवास का सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित करने का अनुरोध किया था। आरएल ऋषि फिलहाल मेडिकल लिव पर है। तो वही जितेंद्र नारायण ने पीएमओ व केंद्रीय गृह सचिव को अपना पक्ष खत के माध्यम से रखा है। जिसमे उन्होंने बताया है कि मुख्य सचिव रहते उन्होंने कुछ अफसरों पर कार्यवाही की थी। यह उन्ही अफसरों द्वारा रचा गया षड्यंत्र है।

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