Chhattisgarh News: विष्णुदेव सरकार का एक और महत्वपूर्ण आदेश: अमृत सरोवर के तट पर लहराएगा तिरंगा
Chhattisgarh News: स्वतंत्रता दिवस पर अमृत सरोवर तटों पर होगा ध्वजारोहण,केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना का इस अंदाज में होगा प्रचार प्रसार
Chhattisgarh News: बिलासपुर। अमृत सरोवर योजना, केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में से एक है। गांव से लेकर शहर में अमृत सरोवर योजना के तहत तालाब का निर्माण किया है। बरसात के इस मौसम में अमृत सरोवरों में लबालब पानी भरा हुआ है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना के तहत बनाए गए अमृत सरोवरों के तट पर ध्वजारोहण का निर्देश जारी किया है।
यह पहली बार होगा जब साय सरकार के इस निर्देश पर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नई परिपाटी की शुरुआत होते दिखाई देगी। साय सरकार के इस निर्देश पर प्रदेशभर में अमल शुरू हो गया है। प्रदेशभर के कलेक्टरों को निर्देश जारी कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के दिन मनरेगा के तहत बनाए गए अमृत सरोवर तटों पर भी ध्वजारोहरण होगा। स्वतंत्रता दिवस कीे 77 वीं वर्षगांठ पर अमृत सरोवर स्थल पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। ग्राम पंचायतों में ग्राम के सरपंच एवं अन्य प्रमुख सदस्यों और ग्रामीणों की उपस्थित में नाटक, नृत्य, गीत, संगीत, स्वच्छता अभियान, सामूहिक परिचर्चा, रैली, मेला,माध्यम से विशेष उत्सव का आयोजन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय पंचायत दिवस 24 अप्रैल 2022 पर मिशन अमृत सरोवर का शुभारंभ किया गया था। इसी के तहत मनरेगा योजना से जिले के बिल्हा, तखतपुर, कोटा एवं मस्तूरी ब्लॉकों के सभी ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर का निर्माण कराया गया है। मिशन अमृत सरोवर के तहत 124 सरोवर का निर्माण किया गया है। जिले में सतही और भूमिगत जगहों पर पानी की उलब्धता को बढ़ाने में अमृत सरोवरों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
सरोवर निर्माण होने से ग्राम पंचायत के जाब कार्डधारी ग्रामीणों को रोजगार का अवसर मिल रहा है। सभी ब्लॉकों के अमृत सरोवरों में समूहों के माध्यम से मत्स्य पालन का भी कार्य किया जा रहा है। सरोवर पर ही मत्स्य पालन करने से गांवों के ग्रामीणों को रोजगार प्राप्त हुआ है साथ ही उनकी आमदनी भी दोगुनी हो रही है।
अमृत सरोवर स्थल पर पौधरोपण
पर्यावरणीय पारिस्थितिक तंत्र को सुरक्षित रखने सरोवरों के आस-पास बड़े पैमाने पर पौधे भी लगाए जाएंगे। पौधे लगने से ये आगे चलकर बड़े वृक्ष का रूप लेते है और इनकी जड़े मिट्टी को बांध कर रखती है जिससे भूस्खलन की समस्या नहीं होती है। अमृत सरोवरों के किनारे नीम पीपल, कटहल, जामुन, बरगद आदि के पौधे लगाए गए। वहीं फूलदार पौधे जाएंगे ।