नए प्रवेश द्वार से सेंट्रल यूनिवर्सिटी की भव्यता की मिल रही झलक, मंदिरों के गुंबद सरीखा दिया गया आकर्षक शेप, कुलपति प्रो0 चक्रवाल ने खुद डिजाइन करवाया

Update: 2021-12-20 14:22 GMT

बिलासपुर, 20 दिसंबर 2021। गुरू घासीदास विश्सविद्यालय स्थापित हुए 38 बरस हो गए। मगर उसकी प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रवेश द्वार अब बनाया गया है। गुरू घासीदास जयंती के दिन 18 दिसंबर को प्रवेश द्वार का उद्घाटन किया गया। इस मौके पर एआईसीटीई के चेयरमैन डॉ. अनिल सहस्त्रबुद्धे के साथ कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल भी मौजूद थे। प्रवेश द्वार से विश्वविद्यालय की खूबसूरती और बढ़ गई है।

बताते हैं, कुलपति प्रो0 चक्रवाल को ज्वाईन करते ही प्रवेश द्वार खटका था और उन्हांने अफसरों को निर्देश दिया था कि केंद्रीय विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रवेश द्वार होना चाहिए।

इसके बाद प्रवेश द्वार का काम प्रारंभ हुआ। खुद कुलपति इसकी मानिटरिंग कर रहे थे। डिजाइन भी उन्होंने तैयार करवाया। तब जाकर भव्य प्रवेश द्वार जाकर खड़ा हो पाया। प्रवेश द्वार के उपर दोनों तरफ मंदिरों के गुंबद सरीखा शेप दिया गया है, ये काफी आकर्षक लग रहा। कंसेप्ट यह है कि विश्वविद्यालय शिक्षा का मंदिर होता है। सो, प्रवेश द्वार उसी के अनुरूप तैयार किया गया है। 




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