परीक्षा हॉल में सिर्फ 22 बच्चेः ओमिक्रॉन के खौफ के बीच 10वीं का फर्स्ट टर्म एग्जाम शुरू, सीबीएसई ने जारी की गाइडलाइन, एक कमरे में बैठेंगे सिर्फ 22 परीक्षार्थी

Update: 2021-11-30 08:13 GMT

रायपुर, 30 नवंबर 2021। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की दहशत को देखते हुए दसवीं व बारहवीं की फर्स्ट टर्म बोर्ड परीक्षाओं के लिए सीएसईबी ने एहतियातन बचाव हेतु नए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। सीएसईबी के निर्देशों के तहत एक कमरे में स्कूल प्रबंधन सिर्फ 22 परिक्षार्थीयो को ही बैठा सकेंगे। ज्ञात्व्य है, पहली बार सेमेस्टर की तरह सीबीएसई ने दसवीं, बारहवीं में साल में दो बार टर्म एग्जाम लेेने का फैसला किया है।

सीबीएसई ने अपने निर्देश में कहा है कि एक कमरे में 22 से ज्यादा बच्चों को बैठाने पर स्कूल पर कार्यवाही होगी। इसके अलावा स्कूल स्टाफ व बच्चो को भी मास्क लगा कर आने के निर्देश दिए गए हैं। बिना मास्क के स्कूल में प्रवेश नही दिया जाएगा। गौरतलब हैं कि सीबीएसई ने 10 वी व 12 वी बोर्ड की परीक्षा इस सत्र में दो टर्म में अयोजित की जाएंगी। जिसके तहत पहले टर्म के 10 वी की परीक्षा आज 30 नवम्बर व 12 वी की परीक्षा 1 दिसम्बर से शुरू होने वाली हैं। परीक्षा को ले कर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था स्कूलों में की गई हैं। यदि किसी बच्चे के में कोई लक्षण मिलेगा तो उसे अलग कमरे में बैठा कर परीक्षा ली जाएगी। परीक्षार्थियों को मास्क पहन कर आने के मैसेज स्कूल प्रबंधन बच्चो के पालकों को भेज रहा है।

प्रेक्टिकल में भी रहेंगे एक कमरे में -

परीक्षार्थियों की प्रेक्टिकल परीक्षा भी इसी नियम के तहत होंगे। जिसके तहत लैब में सिर्फ 22 परीक्षार्थियों को ही प्रवेश दिया जाएगा। परीक्षा के बाद प्रेक्टिकल के नम्बर सीबीएसई को भेजे जाएंगे। प्रेक्टिकल भी दो टर्माे में आयोजित की जाएंगी। प्रेक्टिकल व लिखित परीक्षा के आधार पर सीबीएसई अंतिम परीक्षा परिणाम जारी करेगी।

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