सीयू और सौराष्ट्र विवि के बीच सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और अकादमिक गतिविधियों के लिए हुआ एमओयू, कुलपति चक्रवाल ने समझौते को रिसर्च और इनोवेशन के लिए ऐतिहासिक बताया

Update: 2022-02-08 12:58 GMT

बिलासपुर, 8 फरवरी 2022। गुरू घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिलासपुर एवं सौराष्ट्र विश्वविद्यालय, राजकोट के मध्य कल एक अहम समझौता हुए। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक चक्रवाल एवं सौराष्ट्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 जी.सी. भिमानी की उपस्थिति में सम्पन्न हुए इस समझौते के तहत दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों को सांस्कृतिक, ऐतिहासिक स्थलों भ्रमण, शोध एवं अकादमिक आदि गतिविधियों में पारस्परिक सहयोग एवं आदान-प्रदान की जायेगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 30 अक्टूबर, 2015 को एक भारत श्रेष्ठ भारत योजना दी गयी थी, जिसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को विभिन्न प्रदेश की भाषा, सांस्कृतिक विरासत एवं भौगोलिक विशिष्टताओं से अवगत कराना था। इस योजना के अंतर्गत दो राज्यों का समूह बनाया गया था। छत्तीसगढ़ राज्य को गुजरात राज्य के साथ एक रखा गया है।

कुलपति प्रो0 चक्रवाल ने दोनों विश्वविद्यालयों के बीच हुए एमओयू को अकादमिक दृष्टिकोण से ऐतिहासिक बताया। इस विशेष अवसर पर कुलपति ने आपसी करार को शोध, अनुसंधान, नवाचार के साथ दोनों विश्वविद्यालयों की सांस्कृतिक समानता के लिए अहम बताया। यह समझौता ज्ञापन दोनों विश्वविद्यालयों को राष्ट्रीय मानचित्र पर सहयोग, समभाव एवं सजृनात्मकता के नये प्रतिमान स्थापित करने में मदद करेगा। विश्वविद्यालय की प्रगति में सहयोग के आव्हान के साथ श्रेष्ठ भारत, को विस्तार प्रदान किया।

इस अवसर पर सौराष्ट्र विश्वविद्यालय के प्रो0 जतिन सोनी, डॉ0 एन.थाट, डॉ0 मनीष धमेचा एवं शारीरिक शिक्षा विभाग के शिक्षक उपस्थित थे।

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