इस खिलाड़ी का बयान, ‘महेंद्र सिंह धोनी की T20 विश्व कप जीत ने इस फॉर्मेट को फेमस किया’

Update: 2020-05-02 16:19 GMT

नईदिल्ली 2 मई 2020. पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज और आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाजी कोच लक्ष्मीपति बालाजी का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2007 में जीते गए टी20 विश्व कप की जीत ने क्रिकेट के इस सबसे छोटे प्रारूप को और अधिक लोकप्रिय बनाया है। बालाजी ने क्रिकेट कनेक्टेड कार्यक्रम में कहा कि धोनी की कप्तानी में 2007 में जीते गए टी20 विश्व कप की जीत ने टी20 प्रारूप को और अधिक लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

भारत ने 2007 में खेले गए पहले टी20 विश्व कप फाइनल में पाकिस्तान को हराकर चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था। बालाजी के साथ उनके टीम साथी और दोस्त हेमंग बदानी भी बोल रहे थे। बदानी ने समय में आए बदलाव पर कहा कि पुराने दिनों की बात है जब शोएब अख्तर बहुत दूर से दौड़ कर आते थे, काफी तेज गेंद फेंकते थे। लेकिन राहुल द्रविड़ उन गेंदों को आसानी से छोड़ देते थे। यह क्लासिक क्रिकेट का हिस्सा था, जोकि इन दिनों कम हो गया है।

कुछ दिन पहले सीएसके कोच बालाजी ने कहा था कि जब भी टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम चुनने की बात आती है तो किसी को महेंद्र सिंह धोनी के आराम लेने की बात नहीं करनी चाहिए क्योंकि वो ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके खेल पर आराम का कोई फर्क नहीं पड़ता। बालाजी ने कहा कि किसी को भी धोनी के 6 महीने के ब्रेक के बारे में बात नहीं करनी चाहिए, ये कोई बड़ी बात नहीं है।अगर आप टाइगर वुड्स और रोजर फेडरर को देखेंगे तो वह बड़े टूर्नामेंट्स छोड़ देते हैं लेकिन फिर वापसी भी जोरदार करते हैं।

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