VIDEO-सहायक शिक्षकों का जेल भरो कुछ देर में, गिरफ्तारी देने प्रदेश भर से उमड़ी शिक्षकों की भीड़, पुलिस की भी तगड़ी तैयारी

Update: 2021-12-15 07:07 GMT

रायपुर 15 दिसम्बर 2021। सहायक शिक्षक फेडरेशन के आज घोषित जेल भरो आंदोलन के लिये प्रदेश भर से सहायक शिक्षक आज रायपुर पहुँचे है। अभी तक कि स्थिति में 15,000 शिक्षकों की मौजूदगी हो चुकी है। प्रदेश भर के शिक्षक बस ट्रेन,वाहनों से रायपुर पहुँच रहे हैं। अब से कुछ देर बाद सभी शिक्षक जेल भरों आन्दोलन में हिस्सा लेंगे।

शिक्षक फेडरेशन ने आज जेल भरो आंदोलन का आहवाहन किया है। आंदोलन से पहले ही कल डीपीआई से आदेश निकाल कर सभी डीईओ को निर्देश भी जारी किया गया था कि हड़ताली शिक्षकों पर कार्यवाही की जाए। पर इसका कोई भी असर सहायक शिक्षकों पर पड़ता हुआ नहीं दिख रहा है। शिक्षक लगातार धरना स्थल में डटे हुए है।

फेडरेशन के अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने NPG से करते हुए कहा कि किसी भी आंदोलन के सफल होने के लिये उसका शासन प्रशासन के संज्ञान में आना जरूरी है और शासन की कार्रवाई से पता चल रहा हैं कि हमारे आंदोलन के संज्ञान में ले लिया गया है। उन्होंने सभी शिक्षकों से अपील की है कि शासन के किसी भी आदेश से डरने की जरूरत नहीं है और जब तक मांगे पूरी नहीं होगी तब तक ये पीछे हटने वाले भी नहीं है।

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इसके अलावा फेडरेशन के अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने भी बताया था कि आज विधानसभा घेराव के लिये रायपुर आने वाले शिक्षको को पुलिस ने अपने अपने शहरो में ही जगह जगह रोक लिया गया है। इसके अतिरिक्त रायपुर प्रवेश के समय भी पुलिसकर्मियों ने शिक्षको को रोक रोक कर राजधानी से 15 किलोमीटर बाहर वाहनों से छोड़ दिया है। शिक्षक काफी रात तक स्प्रे शाला मैदान में ही बैठे रहे उसके बाद स्थानीय व्यापारियों के निवेदन पर धरना स्थल बूढ़ा तालाब लौट गए थे। जहां प्रशासन ने आंदोलन कारी शिक्षकों के हौसले पस्त करने के लिये आंदोलन स्थल की लाइटे बन्द करवा दी थी। तब भी शिक्षक धरने पर डटे रहे।

बता दें, आज जेल भरो आंदोलन के लिये पहुँचे शिक्षक एक से दो बचे के बीच जेल भरो आंदोलन के लिये कूच करेंगे। शिक्षको के आज के आंदोलन को देखते हुए रायपुर पुलिस ने भी बृहद स्तर पर तैयारिया कर रखी हैं।

ज्ञातव्य हैं कि शिक्षक आंदोलन की रणनीति 5 दिसम्बर को सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले रायपुर में बनी थी। जिसके तहत 11 व 12 दिसम्बर को सभी ब्लाक मुख्यालयो में धरना प्रदर्शन करने किया गया। उसके बाद 13 दिसम्बर को विधानसभा घेराव का कार्यक्रम था। हालांकि विधानसभा घेराव के लिये निकले शिक्षको को पुलिस ने स्प्रे शाला मैदान के पास ही रोक दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों व शिक्षको में जम कर झूमाझटकी भी हुई थी। भगदड़ में कुछ शिक्षाकर्मी घायल भी हुए थे। महासमुन्द की एक महिला शिक्षक को अस्पताल में भी भर्ती करवाना पड़ा था।


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