Kanwar Yatra 2025: शराब की दुकानों को पर्दे से ढकने का निर्देश जारी, जानिए आखिर क्यों लिया गया ये फैसला

Parde Se Dhaki Jayegi Sharab Ki Dukane: हरिद्वार: कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई है। हर साल लाखों की संख्या में कांवड़िए हरिद्वार (Haridwar) पहुंचते हैं और गंगाजल भरकर अपने गंतव्यों की ओर रवाना होते हैं। इसी कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण बनाने और कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए प्रशासनिक स्तर पर खास तैयारियां की जा रही है।

Update: 2025-07-08 12:06 GMT

Parde Se Dhaki Jayegi Sharab Ki Dukane: हरिद्वार: कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई है। हर साल लाखों की संख्या में कांवड़िए हरिद्वार (Haridwar) पहुंचते हैं और गंगाजल भरकर अपने गंतव्यों की ओर रवाना होते हैं। इसी कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण बनाने और कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए प्रशासनिक स्तर पर खास तैयारियां की जा रही है। 

शराब  दुकानों को परदे से ढकने के निर्देश

इसी कड़ी में एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। दरअसल, हरिद्वार जिलाधिकारी ने आबकारी विभाग को निर्देश दिए हैं कि कांवड़ यात्रा के दौरान शराब की सभी दुकानों को परदे से ढक (Dhaki Jayegi Sharab Dukane) दिए जाए। यह फैसला श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए और सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है। हरिद्वार जिले में कई शराब दुकानें ऐसे स्थानों पर हैं, जहां से कांवड़ियों का रोजाना आना-जाना होता है। ऐसे में श्रद्धालुओं के भावनाएं आहत न हों और कोई सामाजिक तनाव न पनपे, इसके लिए आबकारी विभाग ने इन दुकानों और उनके बाहर लगे साइन बोर्ड को भी ढकने (Dhaki Jayegi Sharab Dukane) का निर्णय लिया है। 

आबकारी विभाग की टीमें सक्रीय

जिलाधिकारी के आदेश के बाद आबकारी विभाग की टीमें सक्रीय हो गई हैं, वे उन दुकानों की सूची तैयार कर रहे हैं जो कांवड़ मार्ग के आसपास स्थित हैं। इसके बाद सभी दुकानदारों को निर्देशित किया जाएगा कि वे अपने प्रतिष्ठानों को यात्रा की अवधि तक ढककर (Dhaki Jayegi Sharab Dukane) रखें। यह ढकाव न केवल दुकान के मुख्य गेट पर होगा, बल्कि किसी भी तरह की विज्ञापन सामग्री को भी हटाया जाएगा। 

सामाजिक सौहार्द और व्यवस्था पर जोर

प्रशासन का कहना है कि यह आदेश किसी विशेष वर्ग के खिलाफ नहीं है, बल्कि इसका उद्देशय कांवड़ यात्रा के दौरान सामाजिक सौहार्द और शांति बनाए रखना है। अक्सर देखा गया है कि धार्मिक यात्राओं के दौरान कोई छोटा विवाद भी बड़ा रूप ले सकता है। इसलिए कांवड़ियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए यह निर्णय लिय गया है।

यात्रियों को मिलेगा निर्बाध मार्ग 

इसके अतिरिक्त प्रशासन ने यह भी निर्देश जारी किए हैं कि किसी भी कांवड़िए के साथ कोई बदसलूकी या असहमानजनक व्यवहार नहीं किया जाएगा। पुलिस और प्रशासनिक अमला कांवड़ियों के रूट पर तैनात रहेगाा, ताकि उन्हें यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। ठहरने, पीने का पानी और मेडिकल सहायता की भी विशेष व्यवस्था की जाए

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