Uttarakhand Kedarnath Yatra : चारधाम यात्री कृपया ध्यान दें! रोकी गई केदारनाथ यात्रा, जानिए क्या है वजह
Kedarnath Yatra Par Rok: देहरादून: उत्तराखंड में इन दिनों बारिश का कहर लगातार जारी है। जिसका असर अब चारधाम यात्रा में भी देखने को मिल रहा है। सोनप्रयाग और गौरीकुंड पैदल मार्ग पर भारी भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन के कारण मार्ग पर पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा आ गिरा, जिसकी वजह से मार्ग पर आवाजाही बंद है। इसी वजह से केदारनाथ यात्रा भी रोक दी गई है।
Kedarnath Yatra Par Rok: देहरादून: उत्तराखंड में इन दिनों बारिश का कहर लगातार जारी है। जिसका असर अब चारधाम यात्रा में भी देखने को मिल रहा है। सोनप्रयाग और गौरीकुंड पैदल मार्ग पर भारी भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन के कारण मार्ग पर पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा आ गिरा, जिसकी वजह से मार्ग पर आवाजाही बंद है। इसी वजह से केदारनाथ यात्रा भी रोक दी गई है।
गौरीकुंड-सोनप्रयाग की आवाजाही पर रोक
सोनप्रयाग कोतवाली प्रभारी राकेंद्र सिंह कठैत के मुताबिक, मंगलवार शाम को बारिश के कारण मुनकटिया से लगभग एक से डेढ़ किलोमीटर आगे ऊपर की तरफ से एक बड़ा चट्टान का हिस्सा आ गिरा। जिसके कारण हाईवे बंद हो गया। हाईवे बंद होने की वजह से पुलिस ने गौरीकुंड और सोनप्रयाग से दोनों तरफ की आवाजाही को रोक दिया है। बुधवार सुबह तक सड़क बहाल होने की संभावना थी, लेकिन यह संभवन नहीं हो पाया।
मलबा को हटाने का काम जारी
वहीं NH के अधिकारी अभियंता ओंकार नाथ पांडे ने बताया कि मशीनों की मदद से मलबा को हटाने का काम किया जा रहा है। रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिसके कारण दिक्कतें हो रही है। मौसम ने साथ दिया तो जल्द ही मार्ग को दुरुस्त कर लिया जाएगा और यात्री एक बार फिर से बाबा केदार के दर्शन को जा सकेंगे।
बाबा केदारनाथ के दर्शन को लेकर उत्साह
इधर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राकेंद्र सिंह कठैत ने बताया कि मंगलवार शाम 5 बजे तक 2000 यात्रियों को केदारनाथ यात्रा के लिए भेजा गया था। जिनमें से लगभग 1300 यात्री बाबा केदारनाथ के दर्शन कर लौट गए थे। केदारनाथ में बारिश के बीच बाबा केदारनाथ के दर्शन को लेकर भक्तों में उत्साह चरम पर रहा।
भारी बारिश का येलों अलर्ट जारी
बता दें कि मौसम विभाग ने आज बुधवार को उत्तराखंड के कई जिलों के लिए भारी बारिश का येलों अलर्ट जारी किया है, उसमें उत्तराखंड की राजधानी देहरादून, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ शामिल है। जहां पर गरज चमक के साथ ही भारी बारिश हो सकती है। इसी के साथ ही अन्य जिलों में भी गरज चमक के साथ ही आकाशीय बिजली भी गिरने की संभावना है।