बड़ी खबर: सरकारी नौकरी का सपना चकनाचूर! UKSSSC भर्ती परीक्षा का पेपर हुआ लिक, चार गिरफ्तार

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया है।

Update: 2025-09-22 07:27 GMT

UKSSSC Paper Leak (NPG FILE PHOTO)

देहरादून। उत्तराखंड से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) द्वारा 21 सितंबर 2025 को आयोजित होने वाली परीक्षा का पेपर लिक हो गया है। जिससे सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हजारों युवाओं को एक बड़ी त्रासदी का सामना करना पड रहा है। आपको बता दें कि, इस परीक्षा के जरिये असिस्टेंट रिव्यू ऑफिसर, पटवारी, लेखपाल, ग्राम विकास अधिकारी समेत कुल 416 पदों पर भर्ती होनी थी।

पेपर लीक की कहानी

देहरादून पुलिस और आयोग की प्रेस वार्ता में खुलासा हुआ कि, पेपर का सिर्फ एक सेट हरिद्वार के एक सेंटर से बाहर आया था। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि, इस मामले में तीन लोगों की भूमिका सामने आई है, जिसमें एक अभ्यर्थी खालिद मलिक, उसकी बहन हीना और एक सहायक प्रोफेसर सुमन का नाम शामिल है। खालिद परीक्षा देने हरिद्वार के सेंटर पर गया था। आरोप है कि, उसके लिए ही पेपर बाहर आया ताकि उसे सवालों के जवाब मिल सकें।

पेपर के स्क्रीनशॉट खालिद की बहन हीना तक पहुंचे, जिन्होंने उन्हें प्रोफेसर सुमन को भेजा और जवाब मांगे। सुमन ने जवाब भेज दिए, लेकिन बाद में उन्हें शक हुआ और वे पुलिस के पास जाने लगीं। इससे पहले उन्होंने बॉबी पंवार से बात की, जिन्होंने उन्हें पुलिस के पास जाने से रोकने की कोशिश की और मामला प्रचारित कर दिया।

गिरफ्तारी और जांच

इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें टिहरी की महिला प्रोफेसर सुमन, अभ्यर्थी खालिद, उत्तरकाशी के कुख्यात नकल माफिया हाकम सिंह और उसका साथी पंकज गौड़ शामिल हैं। हाकम सिंह पर पहले भी पेपर लीक के मामले दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि, पेपर की डील 12 से 15 लाख रुपये में हुई थी।

STF की दबिश जारी

देहरादून पुलिस ने उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अध्यादेश 2023 के तहत रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया है। STF और पुलिस की टीमें संदिग्धों के ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। आयोग ने सभी परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल जैमर लगाए थे, फिर भी पेपर कैसे लीक हुआ, यह जांच का विषय है।

कांग्रेस का सरकार पर हमला

पेपर लीक की खबर सामने आने के बाद कांग्रेस ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण महरा ने कहा कि धामी सरकार ने देश का सबसे सख्त एंटी-चीटिंग कानून बनाया था, लेकिन नकल माफिया पर लगाम नहीं लगा पाई। उन्होंने इसे युवाओं के भविष्य के साथ धोखा बताया और प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी।

क्या परीक्षा रद्द होगी?

आयोग के अध्यक्ष गणेश सिंह मार्तोलिया ने कहा कि, यह कोई बड़ा पेपर लीक नहीं है, सिर्फ तीन पन्ने लीक हुए हैं। आयोग इस बात की जांच कर रहा है कि, आखिर मोबाइल जैमर के बावजूद पेपर कैसे बाहर आया। फिलहाल परीक्षा रद्द करने पर विचार चल रहा है, और इस मामले पर लगातार अपडेट्स बने हुए है

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