UP weather update: यूपी में 29 और 30 अक्टूबर को बारिश के आसार, तापमान में तीन डिग्री की गिरावट, मेरठ बना सबसे प्रदूषित शहर
UP weather update: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मौसम करवट लेने वाला है। अक्टूबर के आखरी दिनों में हल्की बूंदाबांदी और तापमान में गिरावट का असर देखने को मिलेगा।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मौसम करवट लेने वाला है। अक्टूबर के आखरी दिनों में हल्की बूंदाबांदी और तापमान में गिरावट का असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के अनुसार 29 और 30 अक्टूबर को यूपी के दक्षिण-पूर्वी इलाकों में हल्की बारिश और फुहारें पड़ने के आसार हैं।
दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में इस वक़्त हवा के निम्न दाब क्षेत्र बना है, जो धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह सिस्टम 27 अक्टूबर की सुबह तक और मजबूत होकर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है।
हल्की बारिश और ठंडी हवाओं की होगी शुरुआत
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि यह सिस्टम जैसे-जैसे उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगी, प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी जिलों वाराणसी, सोनभद्र, चंदौली और बलिया में हल्की बारिश की संभावना है। उन्होंने कहा कि 28 अक्टूबर तक मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन 29 से हल्की फुहारें पड़ सकती हैं, जिससे तापमान में गिरावट का असर देखने को मिलेगा।
प्रदूषण ने बढ़ाई चिंता, मेरठ बना सबसे प्रदूषित शहर
इस बीच पश्चिमी यूपी के कई शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद (AQI) खराब बनी हुई है। मेरठ लगातार दूसरे दिन राज्य का सबसे प्रदूषित शहर रेकार्ड हुआ। गुरुवार को जहां एक्यूआई तीन सौ रहा, वहीं शुक्रवार को यह 290 पर रहा। वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार के बावजूद स्थिति अभी भी बहुत खराब श्रेणी में है।
धुंध की चादर और आंखों में जलन
शुक्रवार सुबह मेरठ समेत आसपास के जिलों में धुंध की मोटी परत छाई रही। तापमान में दो दशमलव तीन डिग्री की गिरावट की वजह से रात ठंडी रही और सुबह हवा में नमी भी घुल गई। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक ऐसी ही स्थिति रहने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिकों की सलाह
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि फिलहाल सुबह और रात के समय इहतियात बरतें। खुले में कसरत या साइक्लिंग जैसी गतिविधियों से बचें। जिन लोगों को सांस संबंधी दिक्कत है, वह मास्क पहनें और डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे में बंगाल की खाड़ी में बना दबाव अगर चक्रवात में बदलता है, तो इसका असर ओडिशा, झारखंड और पूर्वी यूपी तक देखा जा सकता है।