UP DGP Prashant Kumar: सिंघम कहे जाने वाले आईपीएस प्रशांत कुमार बने यूपी के नए डीजीपी, जानिए इनके बारे में

UP DGP Prashant Kumar: प्रशांत कुमार 16 अफसरों को सुपरसीड करके कार्यवाहक डीजीपी बने हैं। बीते करीब साढ़े तीन वर्ष से वह कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसके अलावा उनके पास ईओडब्ल्यू और स्टेट एसआईटी की जिम्मेदारी भी है। कार्यवाहक डीजीपी ने नियुक्ति के आदेश के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात की।

Update: 2024-01-31 12:01 GMT

UP DGP Prashant Kumar लखनऊ। उत्तरप्रदेश सरकार ने प्रदेश का नया कार्यवाहक डीजीपी IPS प्रशांत कुमार को नियुक्त किया है। प्रशांत कुमार अभी स्पेशल डीजी के पद पर कार्यरत थे। वर्तमान में कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार 31 जनवरी को रिटायर्ड हो रहे हैं। ऐसे में 1990 बैच के आईपीएस अफसर प्रशांत कुमार को ये जिम्मेदारी दी गई है। वह 1 जनवरी 2024 से पदभार संभालेंगे।

प्रशांत कुमार 16 अफसरों को सुपरसीड करके कार्यवाहक डीजीपी बने हैं। बीते करीब साढ़े तीन वर्ष से वह कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसके अलावा उनके पास ईओडब्ल्यू और स्टेट एसआईटी की जिम्मेदारी भी है। कार्यवाहक डीजीपी ने नियुक्ति के आदेश के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात की।

मालूम हो कि आईपीएस बनने से पहले प्रशांत कुमार ने MSc, MPhil और MBA की पढ़ाई की थी। बतौर आईपीएस प्रशांत कुमार का चयन तमिलनाडु कैडर में हुआ था। हालांकि, 1994 में यूपी कैडर की आईएएस डिम्पल वर्मा से शादी के बाद यूपी कैडर में ट्रांसफर हो गए।

स्पेशल डीजी से पहले वे मेरठ के एडीजी भी रहे हैं। 26 जनवरी को प्रशांत कुमार गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित हुए हैं। आईपीएस प्रशांत को ये अवार्ड चौथी बार मिला हैं। आईपीएस प्रशांत कुमार 300 से अधिक एनकाउंटर में भी शामिल रहे हैं। ऐसे कई मौके भी आए जब सरकार संकट में रही तो प्रशांत कुमार संकटमोचक बनकर खड़े हो गए। मूल रूप से बिहार के सीवान निवासी प्रशांत कुमार को योगी आदित्यनाथ के पसंदीदा अफसरों में एक माना जाता है। जब वो मेरठ एडीजी थे इस दौरान कई अपराधियों का एनकाउंटर किया था, जिसके बाद उनको एडीजी कानून-व्यवस्था बनाया गया था।

प्रशांत कुमार का डायरेक्टर जनरल के पद पर प्रमोशन का आदेश दिसंबर 2023 में जारी किया गया है। 1990 बैच के आईपीएस प्रशांत कुमार तेजतर्रार अधिकारी माने जाते हैं। जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार ने संघ लोक सेवा आयोग को पूर्णकालिक डीजीपी के चयन का प्रस्ताव अब तक नहीं भेजा है। इसकी वजह से एक बार फिर कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया है। अपनी मूछों और तेजतर्रार छवि की वजह से उन्हें सिंघम भी कहा जाता हैं। 

यूपी में लगातार चौथे कार्यवाहक डीजीपी का ऐलान किया गया है। डीजीपी विजय कुमार 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। डीजीपी की रेस में डीजी सीबीसीआईडी आनंद कुमार, डीजी कारागार एसएन साबत, डीजी भर्ती बोर्ड रेणुका मिश्रा और डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का नाम चल रहा था। लेकिन पोस्टिंग मिली प्रशांत को। 


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