Serial Killer Raja Niranjan: कौन है सीरियल किलर राजा कोलंदर? इंसानों को मारकर उनके दिमाग का पीता था सूप, अब तक 14 को मारा, कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद की सजा
Serial Killer Raja Niranjan: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोर्ट ने सीरियल किलर और नरभक्षी राम निरंजन कोल(Ram Niranjan Kol) उर्फ राजा कोलंदर(Raja Kolandar) को उम्रकैद की सजा सुनाई है. ये खूंखार सीरियल आदमी को मारकर उनकी खोपड़ी का सूप पीता था.

Serial Killer Raja Niranjan
Serial Killer Raja Niranjan: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोर्ट ने सीरियल किलर और नरभक्षी राम निरंजन कोल(Ram Niranjan Kol) उर्फ राजा कोलंदर(Raja Kolandar) को उम्रकैद की सजा सुनाई है. ये खूंखार सीरियल आदमी को मारकर उनकी खोपड़ी का सूप पीता था.
आदमी को मारकर उनकी खोपड़ी का सूप पीता सीरियल किलर
जानकारी के मुताबिक़, कोर्ट ने खूंखार सीरियल किलर, नरभक्षी और खोपड़ी संग्रहकर्ता राजा कोलंदर को साल 2000 में हुए डबल मर्डर केस में सजा दी है. लखनऊ एडीजे कोर्ट नंबर-5 के जज रोहित सिंह ने शुक्रवार को उम्रकैद की सजा का ऐलान किया. राजा कोलंदर और उसके साथी बच्छराज कोल को मनोज कुमार सिंह(22 वर्षीय) और उनके ड्राइवर रवि श्रीवास्तव की अपहरण और हत्या के मामले में सजा सुनाई गयी है. उन्होंने चारबाग रेलवे स्टेशन के सामने टैक्सी चलाने वाले मनोज और रवि की हत्या कर उनकी खोपड़ी को उबालकर सूप पीया था.
खोपड़ी को फार्म हाउस के पेड़ों पर देता था
दरअसल, यह पूरा मामला साल 2000 का है. किलर राजा कुलंदर प्रयागराज के नैनी इलाके का रहने वाला है. राजा कलंडर का बचपन का नाम राम निरंजन कोल था. उत्तर प्रदेश में एक आयुध कारखाने में कार्यरत था. राजा कुलंदर सनकी किस्म का व्यक्ति था. वहां लोगों को बेेरहमी से हत्या करता था. उसके बाद फिर इनके शरीर के कई टुकड़े करता था. उनके लाश के टुकड़ो को अलग-अलग फेंक देता था. पर सिर को अपने साथ रखता था. फिर दिमाग़ निकालकर सूप बनाकर पीता था. खोपड़ी को फार्म हाउस के पेड़ों पर टांग दिया था.
इस मामले का खुलासा साल 2000 की हत्या के बाद हुआ. साल 2000 में राजा कोलंदर ने चारबाग रेलवे स्टेशन के सामने टैक्सी चलाने वाले मनोज कुमार सिंह और रवि की हत्या की थी. और उनकी खोपड़ी को उबालकर सूप पी लिया था. जब मनोज कुमार सिंह का तीन दिन तक कुछ पता नहीं चला. तब उनके पिता शिव हर्ष सिंह ने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में उन्होंने बताया कि मनोज कुमार सिंह और उनका ड्राइवर रवि श्रीवास्तव 24 जनवरी 2000 को लखनऊ से रीवा के लिए निकले थे. उनकी आखरी लोकेशन रायबरेली के हरचंदपुर में चाय की दुकान पर मिली थी. पुलिस छानबीन में जुटी हुई थी इसी बीच उनका शव क्षत-विक्षत हालत में प्रयागराज के शंकरगढ़ के जंगलों से मिला. लेकिन कातिल का पता नहीं चल पाया था. 2000 के इस दोहरे हत्याकांड में पुलिस ने मार्च 2001 को चार्जशीट दाखिल की. लेकिन कानूनी पेचिदगियों की वजह से मुकदमे की सुनवाई मई 2013 में शुरू हुई.
14 लोगों की ह्त्या का है आरोप
राजा कोलंदर का नाम सामंने आया जब साल 2001 में राजा कोलंदर ने प्रयागराज में एक पत्रकार धीरेंद्र सिंह की हत्या कर दी थी. जिसमे राजा कोलंदर का साला बच्छराज भी शामिल था. पत्रकार धीरेंद्र सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने जांच शुरू की तो राजा कोलंदर के फॉर्म हाउस में कई लोगों के कटे हुए सिर मिले. राजा के फार्महाउस से 14 मानव खोपड़ियां बरामद हुई थीं. जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में उसने 14 लोगों की ह्त्या की बात कबुल की थी. उसने बताया कि हत्या के बाद सिर को पिपरी स्थित फॉर्म हाउस पर लाता था. जहाँ उसे खौलते पानी में उबाल कर साफ करता था.पत्रकार धीरेंद्र सिंह की हत्या के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट पहले ही उम्रकैद की सजा दे चुका है. वहीँ मनोज और रवि के मामले में कोर्ट ने कोलंदर को उम्रकैद की सजा का ऐलान किया है. उसके साले वक्षराज को भी दोषी ठहराया है. दोनों पर ढाई-ढाई लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.