Sambhal News: संभल: "पागल बाबा" की मौत, 46 डिग्री तापमान में आग जलाकर भूखे पेट कर रहे थे तपस्या, SDM ने दी थी इजाजत

Sambhal News: उत्तर प्रदेश के संभल में 45 डिग्री के बीच आग जलाकर तपस्या कर रहे बाबा की मौत हो गयी है. एक अनुष्ठान के लिए बाबा पिछले तीन दिनों से आग जलाकर ध्यान लगाकर तप कर रहे थे.

Update: 2024-05-27 10:06 GMT

Sambhal News: संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में 45 डिग्री के बीच आग जलाकर तपस्या कर रहे बाबा की मौत हो गयी है. एक अनुष्ठान के लिए बाबा पिछले तीन दिनों से आग जलाकर ध्यान लगाकर तप कर रहे थे. इसी दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान मौत हो गयी. 

आग जलाकर तपस्या कर रहे थे बाबा 

जानकारी के मुताबिक़, 70 साल वर्षीय साधू  ‘कमली वाले पागल बाबा’ अमेठी के रहने वाले थे.  कमली वाले पागल बाबा 23 मई से 27 मई तक पांच दिवसीय तपस्या कर रहे थे. यह तपस्या भीषण गर्मी, विश्व शांति और नशा मुक्ति के लिए कर रहे थे. इसके लिए उन्होंने सब डिविजनल मजिस्ट्रेट विनय कुमार मिश्रा (SDM Vinay Kumar Mishra) से इजाजत ली थी. 23 मई से उन्होंने आग जलाकर तपस्या शुरू की थी. कमली वाले पागल बाबा ने अपने चारों तरफ आग जलाकर बैठे थे.

गर्मी से हुई मौत 

रविवार की सुबह दस बजे तपस्या करने के दौरान अचानक उनकी तबियत बिगड़ गयी. जिसके बाद उन्हे अस्पताल ले जाया जा रहा था. लेकिन अस्पताल पहुँचने से पहले ही कमली वाले पागल बाबा की मौत हो गयी. लोग उन्हें जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे जहाँ डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा है तेज गर्मी की वजह से उनकी मौत हुई है.बाबा के मौत की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. उनके भक्त भी बाबा को देखने आने लगे. सीडीओ भरत मिश्र जिला अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली. पुलिस ने संत का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

कौन है संत पागल बाबा

बता दें, संत पागल बाबा अमेठी के शमशेदलपुर गांव के रहने वाले थे. अमेठी में ही सगरा महाकाल शिव धाम नाम से उनका एक आश्रम भी है. कमली वाले पागल बाबा ने विश्व शांति और नशीली दवाओं की लत से मुक्ति जैसे विभिन्न मुद्दों पर तपस्या करते थे. अब तक उन्होंने अलग - अलग स्थानों पर 23 बार तपस्या की थी. उन्हें लोग कमली वाले पागल बाबा नाम से पुकारते थे. तपस्या के दौरान वो खाना नहीं खाते थे. केवल शाम में जूस या पानी पीया करते थे. लेकिन इस बार उनकी तपस्या असफल रही और उनकी मौत हो गयी. दरअसल, संभल में तापमान 46 डिग्री है ऐसे में आग जलाकर बैठने से उनकी तबियत बिगड़ गयी. 

प्रशासन पर उठ रहे सवाल

इधर, कमली वाले पागल बाबा की मौत से लोगों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर नाराजगी जताई है. लोगो ने सवाल उठाये हैं कि इतनी गर्मी SDM ने उन्हें तपस्या करने की अनुमति कैसे दे दी. साथ ही यदि अगर अनुमति दी है तो वहां स्वास्थ्य का ख्याल क्यों नहीं रखा गया. 

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