Ghaziabad Crime News Today: गाजियाबाद में हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने गई पुलिस पर हमला, गोली लगने से सिपाही की मौत
Ghaziabad Crime News Today: गाजियाबाद के नाहल गांव में हिस्ट्रीशीटर कादिर को पकड़ने गई नोएडा पुलिस पर भीड़ ने किया हमला। सिपाही सौरभ सिंह की सिर में गोली लगने से मौत, तीन अन्य घायल। जानिए पूरी घटना।
Ghaziabad Crime News Today: गाजियाबाद के नाहल गांव में हिस्ट्रीशीटर कादिर को पकड़ने गई नोएडा पुलिस पर भीड़ ने किया हमला। सिपाही सौरभ सिंह की सिर में गोली लगने से मौत, तीन अन्य घायल। जानिए पूरी घटना।
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में रविवार रात उस वक्त तनाव फैल गया जब नोएडा पुलिस की एक टीम पर भीड़ ने जानलेवा हमला कर दिया। यह हमला मसूरी थाना क्षेत्र के नाहल गांव में उस समय हुआ जब पुलिस टीम कुख्यात अपराधी कादिर खान उर्फ मंटा को गिरफ्तार करने गई थी।
पुलिस पर गोलीबारी और पथराव, सिपाही की मौत
सूत्रों के मुताबिक, नोएडा फेज-3 पुलिस को सूचना मिली थी कि लूट और अन्य गंभीर मामलों में वांछित कादिर अपने गांव नाहल में मौजूद है। पुलिस की टीम ने रविवार रात 12:30 बजे दबिश दी और कादिर को गिरफ्तार कर लिया।
लेकिन जब टीम आरोपी को साथ ले जा रही थी, तभी पंचायत भवन के पास घात लगाए उसके साथियों ने अचानक पुलिस पर गोलीबारी और पथराव शुरू कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की। इस हमले में सिपाही सौरभ सिंह को सिर में गोली लग गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं तीन अन्य सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
कौन है कुख्यात आरोपी कादिर खान?
नोएडा पुलिस के अनुसार, कादिर खान एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी है, जिसके खिलाफ चोरी, लूट, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के 16 से अधिक मामले दर्ज हैं। उसके पास एक तीन मंजिला आलीशान कोठी है जिसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। यह संपत्ति अवैध कमाई से बनाई गई होने का शक है। पुलिस अब उसकी संपत्ति की जांच और कुर्की की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है।
गांव में भारी पुलिस बल तैनात, माहौल तनावपूर्ण
हमले के बाद पूरे नाहल गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मसूरी थाना पुलिस के साथ-साथ पीएसी और क्राइम ब्रांच की टीमें मौके पर हैं। पुलिस ने आरोपियों की पहचान शुरू कर दी है और हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
अधिकारियों का बयान
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा: “यह बेहद दुखद और गंभीर मामला है। दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिसकर्मी की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।”