इतनी सुन्दर.... कोई भी दिल बैठे? पुलिस के हत्थे चढ़ीं सुहागरात पर कांड करने वाली दुल्हनें, करतूत जान कर होश उड़ जायेंगे

Mathura Looteri Dulhan Gang: मथुरा के गोवर्धन इलाके से पुलिस को भी हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां का एक पूरा परिवार शादी के नाम पर युवकों को फंसाकर ठगी करता था।

Update: 2025-10-17 12:56 GMT

Mathura Looteri Dulhan Gang: मथुरा के गोवर्धन इलाके से पुलिस को भी हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां का एक पूरा परिवार शादी के नाम पर युवकों को फंसाकर ठगी करता था। गैंग की सबसे चालाक सदस्य काजल को आखिरकार राजस्थान पुलिस ने गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया है। काजल और उसकी बहन तमन्ना का काम बिलकुल सिंपल था पहले प्यार का जाल बुनो, फिर शादी करो, और दो-तीन दिन में ससुराल से नकदी-जेवर लेकर ग़ायब हो जाओ।

पूरा परिवार चलाता था ठगी का रैकेट

इस गैंग में पिता भगत सिंह, मां सरोज सिंह, बेटा सूरज, और दो बेटियां काजल व तमन्ना शामिल थे। यह पूरा परिवार लुटेरी दुल्हन गैंग के नाम से पुलिस रिकॉर्ड में कलमबंद है। पुलिस ने 18 दिसंबर 2024 को भगत, सरोज, तमन्ना और सूरज को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन गैंग की सबसे चालाक सदस्य काजल पिछले एक साल से फरार चल थी। अब राजस्थान पुलिस ने उसे गुरुग्राम की एक सोसाइटी से दबोच लिया।

चार राज्यों में फैला जाल

पुलिस ने खुलासा किया कि इस गैंग की ठगी चार राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली तक फैली हुई थी। काजल और तमन्ना पहले कुंवारे लड़कों से सोशल मीडिया या शादी बिचौलियों के ज़रिए संपर्क करती थीं। फिर रिश्ता तय कर शादी कर लेतीं। ससुराल में दो-तीन दिन तक बहू बनकर रहतीं और मौका पाते ही नकदी, गहने, कपड़े सब लेकर रफ़ूचक्कर हो जातीं।

पुलिस जांच में सामने आया कि पिता भगत सिंह और भाई सूरज पहले ऐसे लड़कों की तलाश करते थे जो उम्र निकलने के बाद भी शादी के लिए परेशान हों। फिर रिश्ता तय होता, और रीति-रिवाज़ों से शादी होती। सिर्फ दो-तीन दिन बाद बहनें गायब हो जातीं और परिवार अपना ठिकाना बदल लेता। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, परिवार हर ठगी के बाद नया नाम, नया शहर और नया शिकार चुन लेता था।

राजस्थान के सीकर में भी रचाया था खेल

राजस्थान के सीकर ज़िले के ताराचंद जाट के दो बेटों के साथ भी यही खेल हुआ था। 26 नवंबर 2024 को काजल और तमन्ना ने दोनों भाइयों से शादी की थी। परिवार ने शादी के नाम पर 11 लाख रुपये लिए। ससुराल में सिर्फ तीन दिन रुकने के बाद दोनों बहनें घर का सारा सामान, नकदी और गहने लेकर फरार हो गईं। ताराचंद ने जब पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, तब जाकर इस पूरे गैंग का राज खुला।

काजल की गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है। जांच अधिकारियों का कहना है कि अब पूछताछ में इस गैंग के बाकी शिकारों के बारे में भी जानकारी मिल सकती है। गैंग ने अब तक कितने युवाओं को फंसाया और कितनी रकम ठगी यह सब अब खुल सकता है।

Similar News