Lucknow Crime News: लखनऊ में सातवीं की छात्रा से गैंगरेप! इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर बुलाया होटल में, दो दिनों तक किया शोषण, वीडियो बनाकर दी धमकी, दो आरोपी गिरफ्तार
Lucknow Crime News: लखनऊ में सातवीं की छात्रा से गैंगरेप! इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर बुलाया होटल में, दो दिनों तक किया शोषण, वीडियो बनाकर दी धमकी, दो आरोपी गिरफ्तार
Lucknow Crime News:राजधानी लखनऊ में सातवीं की छात्रा के साथ गैंगरेप का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 15 वर्षीय छात्रा को सोशल मीडिया पर फंसाकर होटल बुलाया गया, जहां तीन युवकों ने उसे दो दिनों तक बंधक बनाकर दरिंदगी की। आरोपी युवकों ने उसका अश्लील वीडियो भी बनाया और वायरल करने की धमकी देकर शोषण जारी रखा। किसी तरह पीड़िता बचकर घर पहुंची तो पूरा सच सामने आया।
इंस्टाग्राम पर हुई दोस्ती
मामला सरोजनीनगर थाना क्षेत्र का है। छात्रा की मां फैक्ट्री में काम करती हैं। डेढ़ महीने पहले उसकी इंस्टाग्राम पर विमल यादव नाम के युवक से जान-पहचान हुई थी। दोनों के बीच फोन पर बातचीत शुरू हो गई। 2 नवंबर की रात विमल ने मिलने के बहाने छात्रा को बुलाया। वह घर से निकली तो विमल अपनी स्कार्पियो कार से दो दोस्तों पियूष और शुभम के साथ पहुंचा। तीनों उसे मड़ियांव के एक होटल में ले गए।
होटल में दो दिन तक दरिंदगी, अश्लील वीडियो से धमकाया
छात्रा ने पुलिस को बताया कि होटल पहुंचने के बाद तीनों ने उसे कमरे में बंद कर दिया। विमल और पियूष ने उसके साथ रेप किया जबकि तीसरे आरोपी ने वीडियो बना लिया। जब छात्रा ने विरोध किया तो उसकी पिटाई की गई और धमकी दी गई कि अगर उसने किसी को बताया तो वीडियो वायरल कर देंगे। दो दिनों तक उसे होटल में कैद रखा गया और फिर मंगलवार दोपहर उसे घर के पास छोड़कर भाग गए।
घर पहुंचकर खुला राज, दो आरोपी गिरफ्तार
घर लौटकर छात्रा ने मां को पूरी बात बताई। इसके बाद सरोजनीनगर थाने में तीनों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। इंस्पेक्टर राजदेव प्रजापति के अनुसार, विमल यादव, पियूष और शुभम पर पॉक्सो एक्ट, सामूहिक दुष्कर्म, बंधक बनाना और एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ है। पियूष और शुभम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी विमल यादव फरार है। पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
पुलिस ने दी चेतावनी
पुलिस का कहना है कि हाल के महीनों में सोशल मीडिया के जरिए किशोरियों को झांसे में लेकर अपराध करने के कई मामले सामने आए हैं। अभिभावकों से अपील की गई है कि वे अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखें और किसी संदिग्ध व्यक्ति से बातचीत या मुलाकात पर रोक लगाएं।