IPS Amitabh Yash: एक हाथ में चश्मा, दूसरे में पिस्टल... कौन है IPS अमिताभ यश, जिन्हे देख भाग निकले उपद्रवी

IPS Amitabh Yash: एसटीएफ चीफ अमिताभ यश का वीडियो भी सामने आया है. जो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमे अमिताभ यश हाथ में पिस्टल लिए उपद्रवियों को दौड़ाते हुए नजर आ रहे हैं. अमिताभ यश को देख उपद्रवियों ने सरेंडर भाग रहे हैं.

Update: 2024-10-15 10:22 GMT

IPS Amitabh Yash: उत्तर प्रदेश के बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए विवाद ने हिंसा का रूप ले लिया. हिंसा में युवक की हत्या कर दी गयी. जिसके बाद गुस्साए लोगों ने दुकान, अस्पताल और शोरूम समेत कई घरों को फूंक दिए. लोग लाठी डंडे लेकर सड़क पर उतर आये. जिसे काबू करने के लिए यूपी पुलिस के सीनियर अफसरो को बहराइच भेजा गया. 

इसी बीच एसटीएफ चीफ अमिताभ यश का वीडियो भी सामने आया है. जो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमे अमिताभ यश हाथ में पिस्टल लिए उपद्रवियों को दौड़ाते हुए नजर आ रहे हैं. अमिताभ यश को देख उपद्रवियों ने सरेंडर भाग रहे हैं. वही उनके दुसरे हाथ में काला चश्मा और मोबाइल भी है. अमिताभ यश के आते ही उपद्रवियों को काबू कर लिया गया. अमिताभ यश ने बहराइच की कमान संभाल ली. जो चर्चा का विषय बन गया है. 

कौन है आईपीएस अमिताभ यश

स्पेशल टास्क फोर्स के चीफ अमिताभ यश अपर पुलिस महानिदेशक (ADG), कानून-व्यवस्था (L&O) है. अमिताभ यश यूपी के तेज तर्रार आईपीएस अफसरों में से एक हैं. आईपीएस अमिताभ यश यूपी के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाते हैं. अमिताभ यश ने कई को एनकाउंटर में मार गिराया है. 

आईपीएस अधिकारी अमिताभ यश उत्तरप्रदेश कैडर के 1996 बैच के आईपीएस अफसर है. वो बिहार के भोजपुर जिले के रहने वाले है. उनका जन्म 11 अप्रैल 1971 को हुआ था. बचपन से ही पुलिस थाने देखने वाले अमिताभ यश के पिता राम यश भी पुलिस में नौकरी करते थे. अमिताभ यश की स्कूलिंग पटना से हुई है जिसके बाद उन्होंने अपना ग्रेजुएशन दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से पूरा किया. इसके बाद आपका पोस्ट ग्रेजुएट आईआईटी कानपुर से केमिस्ट्री में किया. यूपीएससी निकालकर अमिताभ यश 1996 बैच के आईपीएस अफसर बने.

अमिताभ यश का पहला जिला बतौर एसपी संत कबीर नगर रहा. जिसके बाद कई जिलों में एसपी और एसएसपी रहें. 2007 में मायावती सरकार में उन्हें एसटीएफ का एसएसपी बनाया गया. तब उन्होने बुंदेलखंड के जंगलों में डकैत ददुआ के खिलाफ अभियान छेड़ दिया. ददुआ का एनकाउंटर करने पर वे लाइम लाइट में आए. उन्होंने चित्रकूट के डकैत ठोकिया को भी ढेर कर दिया. चंबल घाटी में निर्भय गैंग का सफाया करने के अलावा बिकरू कांड के मास्टरमाइंड विकास दुबे का एनकाउंटर किया। माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद का भी एनकाउंटर उन्होंने किया. 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अमिताभ यश ने 150 एनकाउंटर किया है. एक जनवरी 2021 को उन्हें यूपी एसटीएफ का एडीजी बनाया गया थाअब उन्हें लॉ एंड ऑर्डर एडीजी का भी प्रभार सौंपा गया है. वे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से जाने जाते है. दो बार गैलेंट्री अवार्ड पा चुके अमिताभ यश ने कई दुर्दांत डकैतो का एनकाउंटर किया है।. अब तक उनके पास यूपी एसटीएफ की जवाबदारी थी.



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