Fast Food Side Effects Death : फास्ट फूड की लत ने ली 16 साल की छात्रा की जान; आंतों में हो गए थे छेद, दिल्ली AIIMS में तोड़ा दम, पढ़े पूरी खबर
Fast Food Side Effects Death : बाहर का चटपटा खाना और फास्ट फूड आज की जनरेशन की पहली पसंद बन गया है, लेकिन यही शौक कब जानलेवा बन जाए, कहा नहीं जा सकता।
Fast Food Side Effects Death : फास्ट फूड की लत ने ली 16 साल की छात्रा की जान; आंतों में हो गए थे छेद, दिल्ली AIIMS में तोड़ा दम, पढ़े पूरी खबर
Fast Food Side Effects Death : अमरोहा (UP)। बाहर का चटपटा खाना और फास्ट फूड आज की जनरेशन की पहली पसंद बन गया है, लेकिन यही शौक कब जानलेवा बन जाए, कहा नहीं जा सकता। उत्तर प्रदेश के अमरोहा से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां चाऊमीन, पिज्जा और बर्गर की शौकीन 11वीं की एक छात्रा की आंतों में छेद हो गए। लंबे समय तक चले इलाज और ऑपरेशन के बाद भी उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
Fast Food Side Effects Death : घरवालों की सलाह को किया अनसुना
अमरोहा के मोहल्ला अफगानान की रहने वाली अहाना (16 वर्ष) पढ़ाई में बहुत होनहार थी। वह हाशमी गर्ल्स इंटर कॉलेज में पढ़ती थी। अहाना को घर के सादे खाने से ज्यादा बाहर का फास्ट फूड पसंद था। चाऊमीन, मैगी और पिज्जा उसके रोज के खाने का हिस्सा बन चुके थे। माता-पिता उसे अक्सर बाहर का खाना कम करने की नसीहत देते थे, लेकिन अहाना ने इसे कभी गंभीरता से नहीं लिया।
Fast Food Side Effects Death : पेट दर्द से शुरू हुई तड़प, जांच में उड़े होश
सितंबर के महीने में अहाना के पेट में अचानक तेज दर्द शुरू हुआ। जब दर्द असहनीय हो गया, तो परिजन उसे मुरादाबाद के एक बड़े अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने जो बताया, उसे सुनकर परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। डॉक्टरों ने खुलासा किया कि लगातार फास्ट फूड खाने की वजह से अहाना की आंतों में जगह-जगह छेद हो चुके हैं और वे बुरी तरह डैमेज हो गई हैं।
AIIMS में ली आखिरी सांस
मुरादाबाद में अहाना का ऑपरेशन हुआ और वह घर भी आ गई, लेकिन उसकी कमजोरी कम नहीं हुई। चार दिन पहले हालत फिर बिगड़ी तो उसे तुरंत दिल्ली के एम्स (AIIMS) ले जाया गया। रविवार रात अचानक उसकी तबीयत ज्यादा खराब हुई और हार्ट फेल होने के कारण अहाना की मौत हो गई। एक हंसती-खेलती होनहार बेटी की मौत से पूरे इलाके में मातम पसरा है।
डॉक्टरों की चेतावनी: जहर है स्लो पॉइजन
डॉक्टरों का कहना है कि पिज्जा, बर्गर और चाऊमीन जैसे मैदे से बने फूड्स में फाइबर नहीं होता। यह आंतों में चिपक जाता है और धीरे-धीरे इन्फेक्शन पैदा करता है, जो आगे चलकर आंतों के फटने या छेद होने (Perforation) का कारण बनता है। अहाना के मामले में भी यही हुआ।
सावधानी
खान-पान की आदतों में बदलाव और मैदा से तौबा फास्ट फूड जैसे चाऊमीन, पिज्जा और बर्गर की सबसे बड़ी समस्या इनमें इस्तेमाल होने वाला मैदा और प्रिजर्वेटिव्स हैं। मैदा आंतों की दीवारों पर जाकर चिपक जाता है, जिससे पाचन तंत्र सुस्त हो जाता है और धीरे-धीरे आंतों में सड़न या इन्फेक्शन पैदा होने लगता है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि अपनी डाइट में फाइबर युक्त भोजन जैसे हरी सब्जियां, फल और मोटे अनाज (बाजरा, ओट्स) को शामिल करें। सप्ताह में एक से ज्यादा बार बाहर का खाना खाने से बचें और यदि कभी जंक फूड खाएं भी, तो उसके बाद पर्याप्त मात्रा में गुनगुना पानी और सलाद का सेवन करें ताकि वह शरीर में जमा न हो पाए।
. शरीर के संकेतों को न करें नजरअंदाज और बच्चों की काउंसलिंग अक्सर हम पेट दर्द, गैस या कब्ज जैसी समस्याओं को मामूली समझकर पेनकिलर या चूर्ण खाकर टाल देते हैं, जो बेहद खतरनाक हो सकता है। अगर पेट में लगातार दर्द या भारीपन महसूस हो, तो इसे आंतों के गंभीर रोग का संकेत मानकर तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से जांच करानी चाहिए। साथ ही, बच्चों और युवाओं को केवल डराने के बजाय उन्हें फास्ट फूड के पीछे के 'स्लो पॉइजन' (धीमे जहर) के बारे में वैज्ञानिक तरीके से समझाना जरूरी है। घर पर ही हेल्दी और टेस्टी विकल्प तैयार करें ताकि बच्चों की बाहर के खाने पर निर्भरता कम हो सके और वे एक स्वस्थ जीवनशैली अ