ED Raids Cough Syrup Syndicate : कफ सिरप तस्करी सिंडिकेट पर ED का अब तक का सबसे बड़ा एक्शन : यहां 25 ठिकानों पर दबिश, करोड़ों के हवाला और विदेशी लिंक की जाँच, होंगे कई बड़े खुलासे

ED Raids Cough Syrup Syndicate: लखनऊ। प्रतिबंधित कोडिन युक्त कफ सिरप की अवैध तस्करी करने वाले सिंडिकेट पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उत्तर प्रदेश में एक बड़ी और ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है।

Update: 2025-12-12 10:01 GMT

ED Raids Cough Syrup Syndicate : कफ सिरप तस्करी सिंडिकेट पर ED का अब तक का सबसे बड़ा एक्शन : यहां 25 ठिकानों पर दबिश, करोड़ों के हवाला और विदेशी लिंक की जाँच, होंगे कई बड़े खुलासे

ED Raids Cough Syrup Syndicate : लखनऊ। प्रतिबंधित कोडिन युक्त कफ सिरप की अवैध तस्करी करने वाले सिंडिकेट पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उत्तर प्रदेश में एक बड़ी और ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है। निदेशालय की टीम ने सिंडिकेट से जुड़े आरोपियों के लखनऊ, वाराणसी, जौनपुर और सहारनपुर सहित प्रदेश भर में स्थित 25 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। ईडी की यह रेड काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि टीम इस सिंडिकेट के विशाल वित्तीय लेन-देन, हवाला रूट के इस्तेमाल और इसके संभावित विदेशी लिंक्स को खंगालने में जुटी हुई है। लखनऊ में बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह की कोठी पर भी ईडी की टीम ने दबिश दी है, जिससे इस अवैध नेटवर्क में बड़े नामों के शामिल होने की आशंका गहरा गई है।

ED Raids Cough Syrup Syndicate : यह कार्रवाई यूपी पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) द्वारा जौनपुर में शुरू की गई जाँच की कड़ी में हो रही है। जौनपुर शहर कोतवाली में इस कोडिन युक्त कफ सिरप मामले में कुल 18 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज है, जिनके लेन-देन की कुल राशि लगभग 45.06 करोड़ रुपये बताई गई है। एसआईटी की पिछली कार्रवाई के दौरान, तीन दिनों में 16 फ़र्म संचालकों के 30 बैंक खाते भी फ़्रीज किए गए थे, क्योंकि ये फ़र्में जौनपुर से बिलिंग करके गाजीपुर, आजमगढ़, प्रतापगढ़, चंदौली, मिर्जापुर और वाराणसी सहित छह जिलों में कफ सिरप की अवैध सप्लाई करती थीं।

ED Raids Cough Syrup Syndicate : जाँच में चौंकाने वाले वित्तीय खुलासे हुए हैं। पता चला है कि 12 फ़र्म सीधे सिंडिकेट के प्रमुख शुभम जायसवाल और उनके पिता भोला प्रसाद सिंह की रांची स्थित फ़र्म सेल ट्रेडर्स से जुड़ी थीं, जिन्होंने अकेले 42.45 करोड़ रुपये का अवैध कारोबार किया। इससे भी बड़ी बात यह है कि दिल्ली की वानिया इंटरप्राइजेज' से जुड़ी तीन अन्य फ़र्में सामने आईं, जिन्हें विशाल उपाध्याय संचालित करता था, और इस फर्म से जुड़े लेन-देन की राशि कहीं अधिक, लगभग 261 करोड़ रुपये बताई गई है। ईडी अब इस बड़े नेटवर्क और धन के अवैध प्रवाह को ट्रैक कर रही है, जिसके तार हवाला रूट और विदेश तक फैले होने की आशंका है।

हमेशा से गंभीर समस्या

नशीले कफ सिरप की अवैध तस्करी भारत में एक गंभीर समस्या रही है, जिस पर पहले भी विभिन्न एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई की है। उदाहरण के लिए, दो साल पहले, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने उत्तरी-पूर्वी राज्यों की सीमाओं पर बड़े सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया था, जहाँ लाखों की संख्या में कोडिन सिरप की बोतलें पड़ोसी देशों में तस्करी के लिए ज़ब्त की गई थीं। इसके अलावा, पंजाब और दिल्ली/एनसीआर क्षेत्र में भी फ़ार्मा-ड्रग नेक्सस के तहत अवैध रूप से कफ सिरप बनाने और आपूर्ति करने वाली फैक्ट्रियों पर बड़े पैमाने पर छापे मारे गए थे, जिससे करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी। ईडी की यह वर्तमान कार्रवाई दर्शाती है कि अब एजेंसियाँ इस समस्या की जड़ तक पहुँचने के लिए केवल छोटे आपूर्तिकर्ताओं पर नहीं, बल्कि अवैध धन और हवाला के बड़े सिंडिकेट पर सीधे हमला कर रही हैं।

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