रावण बन रहा या दूसरा कुतुबमीनार? अयोध्या में इस बार जलेगा 240 फीट ऊँचा रावण; तस्वीरें देखकर हर कोई हैरान..
हर वर्ष की तरह इस बार भी आयोध्या में दशहरा की तैयारियां काफी जोरों-शोरों से चल रही है। इस बार आयोध्या में 240 फीट ऊंचे रावण का पुतला बनाया जा रहा है। जिसकी ऊंचाई कुतुबमीनार से भी ज्यादा बताई जा रही है।
NPG प्रतीकात्मक तस्वीर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हर वर्ष की तरह इस बार भी एक ऊँचा रावण का पुतला जलाया जाएगा। इस बार 240 फीट ऊंचे रावण, 190 फीट के कुंभकर्ण और मेघनाद का पुतला तैयार किया रहा है। लेकिन, अब इस पर प्रशासन ने लोगों की सुरक्षा को देखते हुए रोक लगा दी है।
रामलीला समिति के अध्यक्ष सुभाष मलिक ने बताया कि, मध्य प्रदेश और राजस्थान के कारीगरों ने 240 फीट के रावण का पुतला तैयार किया है, जिसमें बहुत खर्चा हुआ है। अब उस पुतले का दहन नहीं हो पाना उनके लिए बहुत बड़ा नुकसान है। दशहरे में रावण का दहन न होना अशुभ माना जाता है।
आयोजकों ने बताया कि, इस बार दिल्ली की कुतुबमीनार से भी ऊंचा रावण जलाना था, जिसमें मेघनाथ, कुंभकर्ण और सोने की लंका भी जलनी थी। प्रशासन ने अभी तक अनुमति नहीं दी है, जिससे वे परेशान हैं। उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाई है।
पुलिस ने रामलीला के कलाकारों को चेतावनी भी दी है कि, बिना अनुमति अग्नि से संबंधित कोई काम न करें। प्रशासन का कहना है कि, दशहरे के त्योहारों में कोई नई परंपरा शुरू नहीं होने दी जाएगी, केवल पहले से चली आ रही परंपराओं को ही अनुमति मिलेगी।
अयोध्या के सीओ देवेश चतुर्वेदी का कहना है कि, सुरक्षा मानकों के चलते इस बार सबसे ऊंचे रावण के पुतले के दहन पर रोक लगाई गई है। रामलीला समिति ने अभी तक अनुमति नहीं ली थी, इसलिए पुलिस ने कार्रवाई की। दशहरा और दुर्गा पूजा के चलते सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है, इसलिए केवल परंपरागत जगहों पर ही कार्यक्रम की अनुमति दी जा रही है।