Anurag Dwivedi ED Raid : अनुराग द्विवेदी यूट्यूबर या सट्टेबाजी का धनकुबेर ? 200 रुपये से करोड़ों का सफर, आखिर किस एक गलती ने पहुंचा दिया ED की दहलीज पर? पढ़े पूरी खबर

Anurag Dwivedi ED Raid : उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले का एक छोटा सा गांव भितरेपार आज देशभर में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। वजह है—26 साल का एक युवा, जिसने महज 9 साल में अपनी किस्मत की ऐसी बाजी पलटी कि वह साइकिल से सीधे लैम्बोर्गिनी और फेरारी तक पहुँच गया।

Update: 2025-12-19 11:10 GMT

Anurag Dwivedi ED Raid : अनुराग द्विवेदी यूट्यूबर या सट्टेबाजी का धनकुबेर ? 200 रुपये से करोड़ों का सफर, आखिर किस एक गलती ने पहुंचा दिया ED की दहलीज पर? पढ़े पूरी खबर

Anurag Dwivedi ED Raid : उन्नाव/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले का एक छोटा सा गांव भितरेपार आज देशभर में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। वजह है—26 साल का एक युवा, जिसने महज 9 साल में अपनी किस्मत की ऐसी बाजी पलटी कि वह साइकिल से सीधे लैम्बोर्गिनी और फेरारी तक पहुँच गया। लेकिन फैंटेसी क्रिकेट के इस स्वघोषित सुल्तान अनुराग द्विवेदी की चकाचौंध भरी जिंदगी पर अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की नजर लग गई है। 17 दिसंबर को हुई छापेमारी में ED ने अनुराग के लग्जरी काफिले को जब्त कर लिया है, जिससे सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा होने की उम्मीद है।

Anurag Dwivedi ED Raid : शुरुआत : 200 रुपये का दांव और क्रिकेट का जुनून

अनुराग द्विवेदी की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट जैसी लगती है। 1999 में जन्मे अनुराग को साल 2007 तक क्रिकेट का 'क' भी नहीं पता था। लेकिन दक्षिण अफ्रीका में हुए पहले टी-20 वर्ल्ड कप में जब युवराज सिंह ने छह छक्के जड़े, तो अनुराग के भीतर क्रिकेट का शौक जागा। 2011 के वर्ल्ड कप के बाद उसने मैचों का विश्लेषण करना शुरू किया। 2013 तक आलम यह था कि वह जो भविष्यवाणी करता, वह सटीक बैठती।

Anurag Dwivedi ED Raid : साल 2017 में उसने 200 रुपये से फैंटेसी लीग खेलना शुरू किया और आईपीएल के छह मैचों में ही साढ़े तीन लाख रुपये जीत लिए। यहीं से शुरू हुआ उसका 'धनकुबेर' बनने का सफर, जिसने उसे एक सामान्य परिवार के लड़के से करोड़ों की संपत्ति का मालिक बना दिया।

दुबई की शाही शादी और ED की दस्तक

अनुराग द्विवेदी की कामयाबी का शोर तो पहले से ही था, लेकिन उसकी दुबई वाली शादी ने जाँच एजेंसियों के कान खड़े कर दिए। इसी साल 22 नवंबर को अनुराग ने दुबई में एक क्रूज पर अपनी गर्लफ्रेंड से निकाह किया। इस शादी में करीब 100 रिश्तेदारों और गांव वालों को दुबई ले जाया गया, जिनका पूरा खर्च (टिकट से लेकर आलीशान होटल तक) अनुराग ने खुद उठाया। चर्चा है कि इसी वैभव और चकाचौंध को देख किसी करीबी ने इसकी शिकायत ED से कर दी। शादी के एक महीने के भीतर ही ED की टीम नवाबगंज स्थित उसके घर पहुँच गई और घर में खड़ीं लैम्बोर्गिनी, मर्सिडीज सहित चार लग्जरी गाड़ियां जब्त कर लीं।

कैसे फंसा मनी लॉन्ड्रिंग के जाल में?

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अनुराग के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (PMLA) के तहत कार्रवाई की है। अनुराग पर आरोप है कि उसने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुआ ऐप्स के जरिए करोड़ों रुपये कमाए।

अवैध ऐप्स का प्रमोशन: अनुराग पर आरोप है कि उसने अपने 7 मिलियन (70 लाख) सब्सक्राइबर्स वाले यूट्यूब चैनल का इस्तेमाल भारत में प्रतिबंधित सट्टेबाजी ऐप्स को प्रमोट करने के लिए किया।

पैसे की हेराफेरी: जाँच में सामने आया कि इन ऐप्स से हुई काली कमाई को अलग-अलग रास्तों से घुमाकर (Layering) वैध दिखाने की कोशिश की गई और उसी पैसे से लखनऊ व उन्नाव में आलीशान बंगले व लग्जरी गाड़ियां खरीदी गईं।

यूट्यूब और ब्रांडिंग का खेल

अनुराग खुद को 'फैंटेसी क्रिकेट एक्सपर्ट' कहता है। वह सीधे मैचों पर पैसा लगाने के बजाय अपनी लोकप्रियता के दम पर ब्रांड कोलैबोरेशन और कंटेंट क्रिएशन के जरिए कमाई का दावा करता था। उसने एक पॉडकास्ट में गर्व से कहा था—"कभी हमारा परिवार किराए की गाड़ी से चलता था, आज हम बेटे (मेरे) के पैसे पर मौज करते हैं।" लेकिन ED का मानना है कि इस 'ब्रांडिंग' के पीछे सट्टेबाजी का एक बड़ा सिंडिकेट काम कर रहा है।

फर्श से अर्श... और अब कानूनी शिकंजा

26 साल की उम्र में करोड़ों के बंगले, लग्जरी गाड़ियों का काफिला और दुबई में शाही शादियां—अनुराग द्विवेदी ने युवाओं को 'शॉर्टकट' से अमीर बनने का सपना दिखाया। लेकिन अब ED की रडार पर आने के बाद उसकी पूरी संपत्ति और नेटवर्क की जाँच हो रही है। जाँच एजेंसी यह पता लगा रही है कि इस सट्टेबाजी के खेल में और कौन-से बड़े चेहरे शामिल हैं। फिलहाल, लग्जरी गाड़ियां अब सरकारी कब्जे में हैं और अनुराग द्विवेदी की 'फैंटेसी' वाली दुनिया कानूनी सवालों के घेरे में है।

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