क्रिकेट में सफल होने के लिए गौतम गंभीर ने दी ऋषभ पंत को यह खास सलाह….

Update: 2020-07-27 07:18 GMT

नईदिल्ली 27 जुलाई 2020. गंभीर को उम्मीद है कि कोरोना वायरस का यह ब्रेक इस युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज के पक्ष में काम करेगा। 21 साल के ऋषभ पंत भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए काफी संघर्ष कर रहे हैं। पिछले साल के खराब परफॉर्मेंस के बाद उनकी काफी आलोचना की गई है।

गौतम गंभीक ने स्टार स्पोर्ट्स के शो ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ में कहा, ”मुझे लगता है कि कौशल के हिसाब से आपको अपने खेल में सुधार रखने की आवश्यकता है, लेकिन इंटरनैशनल क्रिकेट खेलने के लिए आपको मानसिक रूप से मजबूत होना पड़ता है। और यदि आपको इंटरनैशनल क्रिकेटर में सफलता हासिल करनी है तो खुद को मानसिक रूप से मजबूत बनाना होगा।”

इस साल केएल राहुल के विकेट के पीछे कमान संभालने के बाद ऋषभ पंत की टीम इंडिया में जगह खतरे में पड़ती हुई नजर रही है। पहले ऑस्ट्रेलिया और फिर न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंच पर बैठने और ड्रिंक्स लाना उनके लिए चेतावनी है। इस साल जनवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे और टी-20 में केएल राहुल को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी भी सौंपी गई। वहीं, टेस्ट क्रिकेट में पंत अभी ऋद्धिमान साहा से पीछे हैं।

जनवरी में न्यूजीलैंड दौरे पर गई टीम इंडिया के टी-20 और वनडे के प्लेइंग इलेवन में पंत अपनी जगह बनाने में नाकाम रहे थे। इसके बाद टेस्ट मैच में उन्हें मौका दिया गया, लेकिन वह इसे भी भुना नहीं पाए। न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की चार पारियों में ऋषभ पंत ने 25, 19, 4 और 12 रन बनाए। अगर उनका परफॉर्मेंस इसी तरह का रहता है तो टीम इंडिया में उनकी लिए जगह पाना काफी मुश्किल होगा।

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दिल्ली कैपिटल्स में ऋषभ पंत के साथ खेल चुके गौतम गंभीर का मानना है कि किसी भी चीज से ज्यादा इस युवा खिलाड़ी को मानसिक रूप से मजबूत होना चाहिए। और जहां तक ​​आलोचकों का सामना करने की बात है तो उन्हें अपनी खाल मोटी करनी होगी। पंत आखिरी बार फरवरी में क्रिकेट के किसी भी फॉर्मैट में खेले थे। अब वह 19 सितंबर से शुरू हो रहे आईपीएल में वापसी करेंगे। ऐसे में गंभीर यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि इन छह महीनों में विकेटकीपर-बल्लेबाज पर किस तरह का प्रभाव पड़ा है।

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