कलेक्टर को खुद के खिलाफ मिली थी शिकायत…अब खुद पर ही लगा दिया जुर्माना, जानें जिलाधिकारी से जुड़ा यह मामला

Update: 2020-12-02 03:30 GMT

भोपाल 2 दिसंबर 2020. मध्य प्रदेश के राजगढ़ में एक अलग ही मिसाल स्थानीय कलेक्टर द्वारा पेश की गई। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने लंबित प्रकरण मामले में खुद पर जुर्माना लगाया है। वैसे तो वरिष्ठ अधिकारी स्वयं की गलती को नजरअंदाज कर अधीनस्थ अधिकारियों-कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई कर देते हैं, लेकिन संभवत: मध्य प्रदेश का यह पहला मामला है, जब राजगढ़ कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने सीएम हेल्पलाइन व अन्य शिकायतों का निराकरण नहीं होने पर खुद की गलती मानते हुए स्वयं पर 100 रुपये का जुर्माना लगाया है। साथ ही जिले के 1139 अधिकारियों-कर्मचारियों पर भी उन्होंने 1लाख 13 हजार रुपये से अधिक का जुर्माना किया है।

कलेक्टर नीरज कुमार सिंह सीएम हेल्पलाइन, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास आदि कई विभागों की समीक्षा कर रहे थे, जिस दौरान उन्हें काफी मामले लंबित दिखे. जिसपर कार्रवाई करते हुए उन्होंने खुद के साथ ही कई अधिकारियों व कर्मियों पर जुर्माना लगाया. उन्होंने खुद को भी उस दंड का हिस्सेदार बनाया.

जांच के दौरान कलेक्टर को लगभग 1140 शिकायतें लंबित मिले. उन्होंने हर शिकायत पर 100 रूपए जुर्माना लगाए. इस क्रम में जुर्माने के रूप में 1लाख से भी अधिक रूपए जमा किए गए. इस दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित कर्मियों को 1 हफ्ते के भीतर जल्द से जल्द सभी लंबित मामलों का निपटारा करने का आदेश दिया.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि सभी विभागों की समीक्षा उनके द्वारा ही होना था. और मामले लंबित होने का एक कारण खुद को भी मानते हुए उन्होंने अपने उपर भी जुर्माना किया. इस दौरान उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारी सहित कइ अन्य को नोटिस भी दिया. राजगढ़ तहसीलदार को बैठक में हाजिर नहीं रहने के कारण नोटिस दिया गया.
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