IPS GP Singh: जीपी सिंह के पक्ष में कैट के फैसले पर पीएचक्यू में खलबली, दो महीने बाद डीजीपी के लिए होगी तगड़ी दावेदारी, जानिये कब होगी डीजीपी की नई नियुक्ति
IPS GP Singh: छत्तीसगढ़ के फोर्सली रिटायर किए गए पूर्व आईपीएस जीपी सिंह के प़क्ष में कैट के फैसले के बाद पुलिस मुख्यालय में खलबली मचा दी है। जीपी सिंह अब डीजीपी पद के तगड़े दावेदार होंगे।
IPS GP Singh: रायपुर। छत्तीसगढ़ के 1994 बैच के आईपीएस जीपी सिंह को छत्तीसगढ़ सरकार की अनुशंसा पर भारत सरकार ने फोर्सली रिटायर कर दिया था। इस फैसले के खिलाफ जीपी सिंह कैट की शरण ली। और फैसला उनके पक्ष में आया। कैट ने जीपी सिंह को चार हफ्ते के भीतर फिर से सर्विस ज्वाईन कराने का आदेश दिया है। कैट का फैसला अब भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर को भेजा जाएगा। वहां से आदेश आने पर छत्तीसगढ़ के पुलिस महकमे में उनकी ज्वाइनिंग हो जाएगी। याने सब कुछ ठीक रहा तो मई लास्ट तक उनकी ज्वाईनिंग हो जाएगी।
ज्ञातव्य है, आय से अधिक संपति और राजद्रोह के मामले में ईओडब्लू ने उन्हें गुड़गांव से गिरफ्तार किया था। वे लंबे समय तक जेल में रहे। फिर सरकार की सिफारिश पर एमएचए ने उन्हें फोर्सली रिटायर कर दिया था। लिहाजा, पुलिस महकमे में मान लिया गया था कि जीपी की वापसी अब संभव नहीं। मगर कैट के फैसले ने लोगों को चौंका दिया। जीपी सिंह की अभी करीब पांच साल सर्विस बाकी है। 31 दिसंबर 2028 में उनका रिटायरमेंट है।
डीजीपी की दावेदारी तगड़ी
कैट के आदेश के बाद जीपी सिंह पुलिस महानिदेशक की दौड़ में प्रमुख प्लेयर के रूप चर्चाओं में शामिल हो गए हैं। दरअसल, डीजीपी अशोक जुनेजा आठ अगस्त को रिटायर हो जाएंगे। याने दो महीने बाद जुलाई से डीजीपी नियुक्ति की सुगबुगाहट शुरू हो जाएगी। जुनेजा के बाद 1992 बैच में पवनदेव और अरुणदेव गौतम हैं। इनमें से अभी एक का डीजीपी बनना लगभग निश्चित समझा जा रहा था। इसके बाद 93 बैच में कोई अफसर नहीं है। 94 बैच में सबसे उपर जीपी सिंह हैं। उनके बाद हिमांशु गुप्ता और एसआरपी कल्लूरी का नंबर है। इनमें से कोई भी डीजी पुलिस बन सकता है। क्योंकि, ये सभी इस पद के लिए योग्य हैं। मगर जीपी सिंह की इंट्री के बाद अब कंपीटिशन तगड़ा हो जाएगा। क्योंकि, जीपी की इस सरकार में पैठ ठीकठाक है।