इन तीन SP की डीजीपी ने थपथपाई पीठ, आरोपी पुलिस कर्मियों को न बचाने की नसीहत भी, प्रदेश में बनेगा नया गुंडा लिस्ट

Update: 2020-07-08 07:26 GMT

रायपुर, 8 जुलाई 2020। डीजीपी डीएम अवस्थी ने कल सूबे के पुलिस अधीक्षकों के वीडियोकांफ्रेंसिंग के जरिये अपराधों और कानून-व्यवस्था का रिव्यू किया। इस दरम्यान डीजीपी ने आउट स्टैंडिंग काम करने वाले जिलों के पुलिस अधीक्षकों की खुलकर तारीफ की। उन्होंने पुलिस के खिलाफ मामलों में जांच न होने पर एसपी की खिंचाई भी की।

वीडियोकांफ्रेंसिंग में रायगढ़ के एसपी संतोष सिंह को लुटेरों को 10 घंटे में पकड़ने के लिए तारीफ मिली तो बलौदाबाजार एसपी इंदिरा कल्याण एलेसेला को डकैतों को पकड़ने में मिली कामयाबी के लिए शाबासी मिली। राजनांदगांव एसपी जितेंद्र शुक्ला को नक्सलियों के डीवीसी मेम्बर और 29 लाख के इनामी डेविड को जिंदा पकड़ने के लिए तारीफ मिली। डेविड पर एएसआई की हत्या का आरोप है।

तारीफ के बाद दिखाई आंखें
वीडियो कांफ्रेंसिंग में तीन जिलों के एसपी और टीम की हौसला अफजाई के बाद डीजीपी ने अचानक तेवर बदले। उन्होंने दो टूक कहा कि पुलिस के खिलाफ जनता की जो भी शिकायतें हैं, उसमें तत्काल कार्रवाई करें। किसी भी पुलिसकर्मी पर आरोप सही हैं तो उसे बचाने की कोशिश न करें। यदि ऐसी स्थिति बनती है और उन तक शिकायत पहुंचती है तो वे ऊपर से नीचे सबके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।

नई गुंडा लिस्ट बनाएं और जेल भेजें
डीजीपी अवस्थी ने सभी एसपी से कहा कि उनके पास जो गुंडा लिस्ट है, वछ पुरानी हो गई है, इसलिए नई लिस्ट बनाएं और जेल भेजें जिससे कानपुर के विकास दुबे जैसा कोई अपराधी यहां न बन पाए। डीजीपी ने साफ तौर पर कहा है कि यहां कानपुर जैसी घटना नहीं होनी चाहिए। साथ ही, लोगों की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई करने कहा है। इसी तरह चिटफंड कंपनी के संचालकों को जेल भेजकर उनकी संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया है। सरकार की मंशा के अनुरूप एजेंटों से केस वापस लेने के निर्देश दिए हैं

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