शिक्षक गिरफ्तार: फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर कर रहा था 12 सालों से नौकरी… खुद फ्रॉड कर बना था शिक्षक, अब दूसरों की लगवा रहा था नौकरी… पोल खुली तो हुआ ये चौकाने वाला खुलासा

Update: 2020-10-08 03:04 GMT

रायपुर 8 अक्टूबर 2020। राजधानी पुलिस ने एक ऐसे शातिर शिक्षक को गिरफ्तार किया है, जो खुद फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी कर रहा था और जब इससे भी इसका दिल नहीं भरा तो वो दूसरों को भी फर्जीवाडे़ से नौकरी लगाने की बात कर ठगी का शिकार बनाने लगा। मामले का खुलासा होने के बाद फर्जी शिक्षक सलाखों के पीछे है।
दरअसल मामला आरंग थाना क्षेत्र का है। गरियाबंद निवासी पीड़ित नाथूराम ने अपनी शिकायत में बताया हैं कि, 2008 में उसकी मुलाकात आरंग में पदस्थ शिक्षक भेखलाल से हुई थी। इस दौरान भेखलाल ने उससे कहा था कि उसे भी वो अपनी तरह ही शिक्षक की नौकरी लगा सकता है, लेकिन इसके लिये उसे कुछ रूपए देनें होंगे। आरोपी के झांसे में आकर पीड़ित ने उसे 3 लाख 50 हजार रूपए नौकरी के नाम पर दे दिये। काफी साल बीतने के बाद भी जब पीड़ित की नौकरी नहीं लगी और रुपए वापस नहीं मिले तो इसकी शिकायत पीड़ित ने आरंग थाने में दर्ज करायी।
पीड़ित ने आरोपी शिक्षक पर यह भी आरोप लगाया हेै कि, खुद भी भेखलाल ने फर्जी प्रमाण के सहारे 2008 से शिक्षक वर्ग तीन के पद पर तैनात है। आरोपी जनपद पंचायत आरंग के एक शासकीय स्कूल में पदस्थ रहते हुये पिछलें 12 सालों से वेतन भी ले रहा था। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के बाद आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। आरंग थाने में आरोपी के खिलाफ 420, 467, 468, 471 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

 

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