रोहित-विराट के रहते कमजोर हुआ टॉप ऑर्डर, पंत-पांड्या जैसे बल्लेबाजों ने मिडिल ऑर्डर को बनाया मजबूत!

Update: 2022-07-18 09:29 GMT

नई दिल्ली।भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने कुछ समय पहले कहा था कि वह भारतीय मिडिल ऑर्डर को उस परिस्थिति के लिए तैयार करना चाहते हैं जब टीम इंडिया 10 रन पर अपने 3 विकेट खो दे और उस परिस्थिति से निकलकर टीम मैच जीते। बात चैंपियंस ट्रॉफी 2017 की करें या 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल की, हर बार हमें यही देखने को मिला है कि जब भारतीय टॉप 3 फेल होते हैं तो टीम इंडिया की हार निश्चित हो जाती है। ऐसा ही कुछ हमें टी20 वर्ल्ड कप 2021 के शुरुआती दो मैचों में भी देखने को मिला था। मगर अब रोहित शर्मा की यह बात सच होती नजर आ रही है। इंग्लैंड दौरे पर चाहे टेस्ट हो, वनडे हो या फिर टी20 हर फॉर्मेट में टीम इंडिया ने अपने मजबूत मिडिल ऑर्डर का उदहारण दिया है।

2019 वर्ल्ड कप तक टीम इंडिया अपने टॉप-3 पर काफी निर्भर करती थी। टॉप ऑर्डर में शामिल रोहित शर्मा, शिखर धवन और विराट कोहली में से कोई एक बल्लेबाज लंबी पारी खेल टीम की जीत में अहम भूमिका निभाता था, मगर पिछले दो साल में मिडिल ऑर्डर के सामने इनकी चमक फीकी बड़ गई है। नजर 1 जनवरी 2020 से मिडिल ऑर्डर के आंकड़ो पर डालें तो 24 वनडे मुकाबलों में भारत के 4 से लेकर 7 नंबर के बल्लेबाजों का कुल औसत 44.91 का रहा है जो वर्ल्ड क्रिकेट में सबसे बेहतर है। इन बल्लेबाजों ने इस दौरान कुल चार शतक भी जड़े। 2020 से 4 से लेकर 7 नंबर तक सबसे ज्यादा शतक लगाने वाली सूची में भारत से ऊपर सिर्फ न्यूजीलैंड (5) है।

टी20 में भी भारतीय मिडिल ऑर्डर मजबूत दिखाई दिया है। 1 जनवरी 2020 से 4 से लेकर 7 नंबर तक के बल्लेबाजों का कुल औसत 31 का रहा है वहीं इस दौरान कुल स्ट्राइकरेट 140 का रहा है। टी20 में ये आंकड़े भारत के मजबूत मिडिल ऑर्डर को दर्शाता है।

टॉप 3 में भारत ने आजमाए काफी खिलाड़ी

शिखर धवन की खराब फॉर्म के कारण टीम इंडिया को टॉप 3 में काफी बदलाव करने पर मजबूर किया। रोहित-कोहली समेत 2020 से भारत टेस्ट में 7, वनडे में 11 तो टी20 में सबसे अधिक 15 खिलाड़ियों को टॉप 3 में मौका दे चुका है। भारत का टॉप 3 अब पहले की तरह स्थिर नहीं रहा जो अब काफी महंगा साबित हो रहा है।

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