परिवार से दूर नवोदय के 19 बच्चों के बीच रायगढ पुलिस ने बाँटी मोहब्बत और दिया भरोसा.. कहा “हम हमेशा साथ हैं.. बोर लगे तो कॉल करना..सतर्क और सावधान रहो.. लो चॉकलेट”

Update: 2020-04-08 08:35 GMT

रायगढ़,8 अप्रैल 2020। लॉकडाउन का दौर.. वक्त रहते या किसी संयोग से कई बच्चे अपने घरों पर पहुँच गए हैं लेकिन फिर भी कई जगहों पर नौनिहाल हैं, जो नहीं जा पाए.. और अब वे उदास से हैं। ये क़िस्सा किसी भी हॉस्टल का हो सकता है.. पर फ़िलहाल मामला नवोदय विद्यालय भूपदेवपुर का है। यहाँ 19 ऐसे बच्चे हैं जो गुजरात से हैं। रहने खाने की कोई दिक़्क़त क़तई नहीं है.. आख़िर नवोदय विद्यालय की व्यवस्था है.. लेकिन उस उदासी का क्या करें जो मन से जाती नही।यह खबर रायगढ़ पुलिस को मिली तो एक खूबसूरत एहसास देने का बेहतरीन काम हो गया।

SDOP खरसिया पीतांबर पटेल नवोदय पहुँचे और मन सभी बच्चों से बातें की। लेकिन इस बात की शुरुआत होती उसके पहले कुछ और हुआ .. SDOP पीतांबर पटेल ने पूछा
”कैसे हो नन्हे दोस्तों”

एक साथ एक सुर में आवाज़ आई –
”सर .. हम घर कब जाएँगे..”

ज़ाहिर है इस आवाज़ ने.. सभी को भावुक कर दिया और कुछ क्षणों की चुप्पी के बाद.. SDOP पीतांबर पटेल ने बात करनी शुरु की.. एक एक करके सबसे बात करते हुए हालात को समझाने की क़वायद की गई। बच्चों के उस सवाल का कोई सीधा जवाब था ही नही.. तो उन्हें हालात की गंभीरता और सुरक्षा कारणों को बताकर समझाने की क़वायद की गई।

देर तक बातें करने के बाद.. जबकि बच्चे सहज से हुए SDOP पीतांबर पटेल ने कहा
”देखो दोस्तों.. ये मेरा नंबर है.. और यह टीआई सर का नंबर है.. हम दोनों मिलने आते रहेंगे.. आप लोग जब चाहें हमसे बात कर सकते हैं.. ये कुछ चॉकलेट है.. खा लो..”

रायगढ़ कप्तान संतोष सिंह ने इस वाक़ये को NPG को बताया और भावुकता से भीगे स्वर में कहा
”बच्चों के घर वाले सवाल का हमारे पास कोई जवाब नहीं है.. पर यह है कि.. हम पुरी ताक़त से उन्हें ऐहसास कराएँगे कि.. वे परिवार को उतना मिस ना करें.. हम लगातार मिलने जाते रहेंगे.. और उनके साथ हँसते हँसाते रहेंगे”

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