मजदूर की बेटी बनी PSC टॉपर, सब इंस्पेक्टर पति को भी मिला 32वां रैक ……पति-पत्नी ने एक ही साथ की सिविल सर्विस की परीक्षा पास….. 5 साल बाद जारी हुआ रिजल्ट

Update: 2020-04-23 07:35 GMT

रांची 23 अप्रैल 2020। हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड के बादम निवासी गौतम कुमार के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) का परिणाम दोहरी खुशी लेकर आया है. पहले प्रयास में खुद तो सफल हुए ही हैं, उनकी पत्नी सुमन गुप्ता को भी सफलता मिली है. उनकी पत्नी झारखंड टॉपर बनी है. लोगों ने इस क्षण को गांव मुहल्ले के लिए गौरवान्वित करने वाला समय बताया। सुमन गुप्ता एवं उनके पति गौतम को प्रखंड विकास पदाधिकारी के पद पर चयनित किया गया है। सुमन गुप्ता डीएसपी बनना चाह रही थी, लेकिन उंचाई कम रहने के कारण उन्हें यह पद नहीं मिल पाया। जेपीएससी 2016 का ये परिणाम है, जो 22 अप्रैल को जारी किया गया।

वर्तमान में गौतम कुमार रांची में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं. उनकी पत्नी सुमन गुप्ता हजारीबाग पोस्ट ऑफिस में पोस्टल असिस्टेंट के रूप में कार्य कर रही है. सुमन गुप्ता का रोल नंबर 6801 3779 है. उन्होंने रैंक वन हासिल किया है, वहीं गौतम कुमार का रोल नंबर 6801 6819 है और उन्होंने 32वां रैंक हासिल किया है. दोनों ने बताया कि संयुक्त रूप से जेपीएससी की तैयारी कर रहे थे. दोनों की शादी एक साल पहले हुई थी. गौतम कुमार के पिता पेशे से किसान हैं. गौतम के एक भाई जागो महतो वर्तमान में गढ़वा में प्रखंड विकास पदाधिकारी हैं.

लोक सेवा आयोग (JPSC)ने छठी सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए हैं। कुल 326 रिक्तियों के लिए लिए गए परीक्षा में से 325 अभ्यर्थी सफल हुए।प्रारंभिक परीक्षा 2016 में आयोजित होने के बाद आखिरी परिणाम में 5 साल का वक्त गुजर गया। 2017, 2018, 2019 में भी जेपीएससी ने परीक्षा नहीं ली, 2020 में नोटिफिकेशन जारी हुआ, लेकिन उसे तुरंत वापस ले लिया गया। जेपीएससी की ओर से जारी किए गए रिजल्‍ट के मुताबिक राज्‍य प्रशासनिक सेवा में जनरल कोटे के 86 सफल हुए। एसटी कोटे में से 34 अभ्यर्थी पास हुए। एससी कोटे से 15 और पिछड़ा वर्ग कोटे से 8 अभ्‍यर्थी उत्‍तीर्ण हुए।

मजदूर पिता फागू साव की बेटी सुमन गुप्ता छठी जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में पूरे राज्य में प्रथम स्थान कर प्राप्त टाॅपर बनीं। वहीं पति ने भी 32 वां रैक लाकर जेपीएससी परिक्ष में सफतला हासिल की है। इस सफलता से गांव -मुहल्ले के लोग व परिजन फूले नहीं समा रहें।सुमन के पिता बड़कागांव के बादम के रहने वाले हैं और राजमिस्त्री का काम करते थे, फिलहाल वे हुरहुरू के बाबा पथ में रह रहे हैं। बेटी के साथ साथ उनके दामाद गौतम ने भी इसी परीक्षा में 32वां रैंक प्राप्त कर सफलता पाई है।

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