मंत्रियों के पीआरओ कोरोना संक्रमित, संवाद के रीतेश की मौत, पर्याप्त रेमडेसिविर इंजेक्शन की खबरें मीडिया में छपवाने वाले जनसंपर्क कर्मी खुद रेमडेसिविर के लिए जूझ रहे

Update: 2021-04-19 01:47 GMT

रायपुर, 19 अप्रैल 2021। कोरोना का सेकेंड वेब मुख्यमंत्री सचिवालय, मंत्रियों के जनसंपर्क अधिकारियों को चपेट में लेता जा रहा है। जनसंपर्क और उसकी सहयोगी संस्था संवाद के कई अधिकारी, कर्मचारी कोरोना के शिकार हो चुके हैं। संवाद के विज्ञापन विभाग के रीतेश कामड़े 36 वर्ष की कल मौत हो गई।
मुख्यमंत्री सचिवालय में सिर्फ सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी मोर्चा संभाले हुए हैं। पता चला है एडिशनल चीफ सिकरेट्री टू सीएम सुब्रत साहू सेल्फ क्वारंटाइन हैं। उनका कोई स्टाफ पोजिटिव्र हो गया है। सुब्रत घर से ही अपने दायित्वों को बखूबी निभा रहे हैं। कॉलेक्टरों को कोई निर्देश देना हो या वर्चुअल मीटिंग, इसमें वे लगातार जुटे रहते हैं। सीएम हाउस में जनसंपर्क देखने वाले घनश्याम केशरवानी को कोरोना हो गया है।
यहीं नहीं, कई मंत्रियों के पीआरओ भी संक्रमित हो चुके हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह के पीआरओ ललीत चतुर्वेदी, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के पीआरओ छेदीलाल तिवारी और महिला बाल विकास मंत्री की पीआरओ रीना ठाकुर की रिपोर्ट पाॅजिटिव है। इनमें छेदीलाल तिवारी अस्पताल में भरती हैं।
कोरोना के मंडराते खतरे के बीच मुस्तैदी से ड्यूूटी निभाने वाले जनसंपर्क और संवाद के अधिकारी, कर्मचारी भी बड़ी संख्या में परिवार के परिवार पाॅजिटिव हो गए हैं। ज्वाइंट डायरेक्टर संतोष मौर्या, पवन गुप्ता का पूरा परिवार कोरोना पाॅजिटिव है। संवाद में विज्ञापन शाखा के प्रमुख राजेश श्रीवास के साथ ही बाल सिंह भारती, कन्हैया साहू भी कोरोना से संक्रमित हैं।
हैरत तो यह है कि मीडिया में जीवनरक्षक इंजेक्शन रेमडेसिविर की पर्याप्त सप्लाई की खबरें छपवाने वाले जनसंपर्क के स्टाफ भी रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी से जूझ रहे हैं। संवाद के रीतेश कामड़े मैकाहारा में भरती थे। उनके लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए जनसंपर्क अधिकारियों को काफी पापड़ बेलने पड़े। रीतेश आखिरकार जीवन और मौत से जूझते हुए चले गए। उनकी मौत ने जनसंपर्क और संवाद के अधिकारियों, कर्मचारियों को हिला दिया है।
पिछले कोरोना वेब में भी किसी सरकारी विभाग के सर्वाधिक लोग चपेट में आए थे, तो वह जनसंपर्क और संवाद ही था। सीपीआर तारण प्रकाश सिनहा, उमेश मिश्रा, संजीव तिवारी., पवन गुप्ता….यानी उपर से लेकर नीचे तक कोरोना के शिकार हुए थे। और इस बार भी ऐसा ही है। दरअसल, जनसंपर्क विभाग को भले ही फ्रंटलाइन वर्कर्स में शमिल नहीं किया गया है। मगर खासकर समाचार शाखा और संवाद के लोग उससे कम भी नहीं है। कोई भी सरकारी कार्यक्रम हो या मीटिंग, प्रेस कांफ्रेंस जनसपर्क के लोगों की उपस्थिति अहम रहती है। और, सबसे फ्रंट पर रहता है। यह विभाग सुबह से लेकर देर रात तक मीडिया को सूचनाएं पहुंचाने के साथ ही सरकार की छबि निर्मित करने वाली खबरें तैयार करने में जुटे रहते हैं।

संवाद के विज्ञापन शाखा में कार्यरत रितेश कामड़े की कोरोना से निधन….

Tags:    

Similar News