Political news: CG मंत्रिमंडल का विस्‍तार में हो रही देर की पूर्व सीएम भूपेश ने बताई यह वजह, कहा...

Political news: छत्‍तीगसढ़ मंत्रिमंडल में दो कुर्सी खाली है। लोकसभा चुनाव के बाद कैबिनेट में नए मंत्रियों को शामिल किए जाने की जमकर चर्चा रही, लेकिन मामला ठंडा पड़ा गया। अब इसको लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल का बयान सामने आया है।

Update: 2024-07-06 06:29 GMT

Bhupesh Baghel 

Political news: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में मंत्रिमंडल का विस्‍तार कब होगा। वो कौन-कौन से 2 विधायक हैं जिन्‍हें कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। क्‍या मौजूदा मंत्रियों में से किसी की छुट्टी होगी। लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद से राज्‍य मंत्रिमंडल को लेकर ऐसे कई सवाल चर्चा में है। सीएम विष्‍णुदेव साय का जब दिल्‍ली दौरा का कार्यक्रम बन रहा है तक मंत्रिमंडल विस्‍तार की चर्चा शुरू हो जा रही है।

लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद से मुख्‍यमंत्री साय 3 बार दिल्‍ली का दौरा कर चुके हैं। सीएम पहली बार एनडीए सांसदों की बैठक के दिन दिल्‍ली गए थे, उसी दिन मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए फिर से चुना गया था। इसके बाद लोकसभा का सत्र शुरू होने के बाद गए थे, तब पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट करके लौट आए थे। इसके बाद 2 दिन बाद फिर सीएम दिल्‍ली गए। इस बार वे राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय की डिनर पार्टी में शामिल हुए। इस दौरान पार्टी संगठन के नेताओं से भी उनकी मुलाकात हुई। सीएम के हर दिल्‍ली दौरे के बाद मंत्रिमंडल के विस्‍तार की चर्चा गरमा जाती है।

इस बीच पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने मंत्रिमंडल विस्‍तार में हो रही देर की वजह बताई है। बघेल ने कहा कि बीजेपी में गुटबाजी के कारण मंत्रिमंडल के पद नहीं भरे जा रहे। मंत्रिमंडल के दो पद खाली है। विधानसभा उपाध्यक्ष पद खाली है उसे भर नहीं जा रहा है। इसका मतलब यह है बीजेपी में जबरदस्त गुटबाजी भरी हुई है। बघेल ने कहा कि प्रदेश में सरकार कौन चला रहा है, वह अदृश्य शक्ति दिखाई नहीं देती, किसकी चल रही है ये पता नहीं।

बघेल ने कहा कि विष्णुदेव जी लगातार दिल्ली दौड़ लगा रहे हैं। हल्ला हो गया इसमें 4 और ड्राप हो गए, इससे सारे मंत्री अपने-अपने स्तर पर लगे हुए हैं। कुछ काम तो किए नहीं सीआर बनाने से क्या होगा? सीआर बनाने का सवाल ही नहीं उठता। सारे सिनियर लीडर खाली बैठे हैं, चाहे अमर अग्रवाल हों, धरमजीत हों, धरमलाल कौशिक हों, अजय चंद्राकर, राजेश मूणत, लता उसेंडी, विक्रम उसेंडी, रेणुका सिंह सारे लीडर बचे है। ये है इनको संभाला कैसे जाय?

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