Lok Sabha Election 2024 Results: छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस की एक मात्र उम्‍मीद की किरण: जानिए...वह कौन सी लोकसभा सीट है, जहां जताई जा रही है कांग्रेस की जीत की संभावना

Lok Sabha Election 2024 Results: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर आए लगभग सभी एग्जिट पोल में छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस नुकसान बताया जा रहा है। अधिकांश Exit Poll कांग्रेस को अधिकतम एक सीट मिलने की संभावना बताई गई है। कांग्रेसी भी मात्र एक ही सीट पर जीत को लेकर पूरी तरह आश्‍वस्‍त हैं।

Update: 2024-06-03 08:04 GMT

Lok Sabha Election 2024 Results: रायपुर। लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें और अंतिम चरण का मतदान 1 जून को खत्‍म होने के साथ ही एग्जिट पोल जारी हुआ। देश की अलग-अलग एजेंसियों के सर्वे में छत्‍तीसगढ़ को लेकर एक ही जैसी संभावना जताई गई है। अधिकांश एग्जिट पोल की रिपोट्रर्स में छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। 2019 के चुनाव में राज्‍य की 11 में से कांग्रेस 2 सीट जीतने में सफल रही थी। यह राज्‍य निर्माण के बाद कांग्रेस की सबसे बड़ी जीत थी। इससे पहले के चुनाव में कांग्रेस अधिकतम एक ही सीट जीत पाई थी।

इस बार के एग्जिट पोल भी कांग्रेस के पक्ष में नहीं है। ज्‍यादातर एग्जिट पोल में बीजेपी को 10 से 11 सीट और कांग्रेस को 0 से 1 सीट जीतने की संभावना जताई गई है। यह स्थिति तब है जब कांग्रेस ने इस बार लोकसभा चुनाव में अपने तमाम दिग्‍गज नेताओं को चुनावी रण में उतार रखा है। कांग्रेस के 11 प्रत्‍याशियों में 3 मौजूदा विधायक हैं। इनमें पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व मंत्री व कोंटा विधायक कवासी लखमा और भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव शामिल हैं। इसके साथ दो पूर्व मंत्रियों ताम्रध्‍वज साहू और शिव कुमार डहरिया के साथ मौजूदा सांसद ज्‍योत्‍सना महंत व पूर्व विधायक विकास उपाध्‍याय शामिल हैं।

इनते दिग्‍गजों पर दांव लगाने के बावजूद कांग्रेस के मात्र एक सीट पर जीत की संभावना जताई जा रही है। जिस एक मात्र सीट पर जीत की उम्‍मीद है उनमें इन दिग्‍ग नेताओं की सीट शामिल नहीं है। यानी एग्जिट पोल के हिसाब से बघेल सहित तमात दिग्‍गज नेता लोकसभा का चुनाव हार रहे हैं। अब सवाल है कि फिर वह सीट कौन सी है जिस पर कांग्रेस के जीत की उम्‍मीद है। तो आपको बता दें कि वह एक मात्र सीट जिसे कांग्रेस जीत सकती है वह सीट कांकेर बताई जा रही है।

जानिए.. कांकेर में क्‍यों है जताई जा रही है कांग्रेस प्रत्‍याशी के जीत की संभावना

छत्‍तीसगढ़ की 11 में से एक मात्र कांग्रेस सीट ऐसी है, जहां कांग्रेस को उम्‍मीद की किरण नजर आ रही है। इस सीट से कांग्रेस ने बिरेश ठाकुर (बिरेश ठाकुर के विषय में विस्‍तार से जानने के लिए यहां क्लिक करें) को टिकट दिया है। बीजेपी की तरफ से इस सीट से पूर्व विधायक भोजराज नाग चुनाव मैदान में हैं। नाग का यह पहला लोकसभा चुनाव है। ठाकुर 2019 में भी इसी सीट से प्रत्‍याशी थे, जब उनके सामने बीजेपी के मोहन मंडावी मैदान में थे। 2019 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्‍याशी ठाकुर को कुल 5 लाख 39 हजार 319 वोट मिले थे। यह कुल मतदान का 46.5 प्रतिशत था। वहीं बीजेपी के मंडावी को 5 लाख 46 हजार 233 वोट मिला था। यह कुल मतदान का 47.1 प्रतिशत था। ठाकुर 6 हजार 914 वोट से हार गए थे। कांग्रेसी भी मान रहे हैं कि छत्‍तीगसढ़ का चुनाव परिणाम एग्जिट पोल से अलग नहीं होगा। इस बात की ज्‍यादा संभावना है कि पार्टी सभी 11 सीट हार जाए। एक वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि कांकेर ही एक मात्र सीट है, जहां से थोड़ी उम्‍मीद दिख रही है।

कांग्रेस में अंदरुनी घमासान तेज...

एग्जिट पोल के बाद से प्रदेश कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। यह घमासान चुनाव के दौरान भी नजर आया। चुनाव के बीच में कई बवाल हुए, प्रदेश में कई स्‍थानों पर कार्यकर्ताओं ने अपने ही नेताओं को कटघरे में खड़ा कर दिया। इतना ही नहीं बड़ी संख्‍या में नाराज कांग्रेसियों ने पार्टी छोड़ दिया। इसमें पूर्व विधायकों के साथ लंबे समय तक संगठन में काम करने वाले नेता शामिल हैं।

छत्‍तीसगढ़ में तीन चरणों में हुआ मतदान

छत्‍तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों पर इस बार तीन चरणों में मतदान हुआ। पहले चरण में एक मात्र बस्‍तर सीट के लिए 19 अप्रैल को वोट डाले गए। दूसरे चरण में तीन सीटों कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद के लिए 26 अप्रैल को वोटिंग हुई। वहीं, तीसरे चरण में बाकी बची 7 सीटों दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, कोरबा, रायगढ़ और सरगुजा के लिए वोट डाले गए थे।

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