Gondwana Ganatantr Party: कई सीटों पर गोगंपा बिगाड़ देती है कांग्रेस और भाजपा का खेल, लेकिन राज्‍य बनने के बाद से जीत नहीं पाई एक भी सीट

Gondwana Ganatantr Party: अविभाजित मध्‍य प्रदेश में बनी क्षेत्रीय पार्टी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोगंपा) आज भी मध्‍य प्रदेश और छत्‍तीसगढ़ में सक्रिय है।

Update: 2023-10-23 14:05 GMT

Gondwana Ganatantr Party: रायपुर। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जिसे गोगंपा या जीजीपी भी कहते हैं, छत्‍तीसगढ़ में हर बार विधानसभा का चुनाव लड़ती है। हालांकि राज्‍य बनने के बाद से इस पार्टी का एक भी प्रत्‍याशी चुनाव नहीं जीत पाया है, लेकिन कई सीटों पर इसके उम्‍मीदवार कांग्रेस और भाजपा को अच्‍छी टक्‍कर देते हैं। कई बार इनका खेल भी बिगाड़ देते हैं।

छत्‍तीसगढ़ अलग राज्‍य बना तब गोगंपा के हीरा सिंह मरकाम विधायक थे। मरकाम ही इस पार्टी के संस्‍थापक हैं। 1998 में वे पाली-तानाखार से चुनाव जीते थे। राज्‍य बनने के बाद से अब तक हुए चारों विधानसभा का चुनाव उन्‍होंने इसी सीट से लड़ा। एक भी बार जीत नहीं पाए, लेकिन हर बार दूसरे स्‍थान पर रहते हैं।

2018 के विधानसभा चुनाव में गोगंपा ने 38 सीटों पर प्रत्‍याशी खड़ा किया था। इसमें 8 प्रत्‍याशी तीसरे स्‍थान पर रहे। पार्टी के खाते में कुल 1.8 प्रतिशत वोट आया था। 2013 में पार्टी 44 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। पार्टी को कुल 2,05,325 वोट मिले थे। 11 उम्‍मीदवार तीसरे नंबर पर रहे। 2008 में 54 सीटों पर पार्टी को कुल 1,71,039 वोट मिले थे। 2003 में पार्टी ने 41 सीटों पर प्रत्‍याशी खड़ा किया था। 6 प्रत्‍याशी तीसरे नंबर पर रहे और पार्टी को कुल 1,54,446 वोट मिले थे।

इन सीटों पर अच्‍छा प्रभाव

गोगंपा की आदिवासी सीटों पर अच्‍छी पकड़ है। पाली-तानाखार में इसकी स्थिति सबसे मजबूत है, जबकि  मनेंद्रगढ़,अंबिकापुर, बैंकुंठपुर, बिंद्रानवागढ़, सिहावा, प्रतापपुर, रामानुजगंज, कांकेर और प्रेमनगर आदि सीटों पर इसका प्रभाव दिखता है।



 


Tags:    

Similar News