एर्राबोर में बच्ची से गैंगरेप: पीडि़त परिवार से मिलने जाएगी भाजपा की टीम, कांग्रेस ने लगाया स्तरहीन राजनीति करने का आरोप
Girl student studying in POTA cabin in Errabor gangraped भाजपा इसको लेकर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास कर रही है। पार्टी की महिला नेत्रियां पीडि़त परिवार और ग्रामीणों से मुलाकात करने जा रही हैं। वहीं, कांग्रेस के नेता इस मामले में भाजपा पर स्तरहीन राजनीति करने का आरोप लगा रही है।
रायपुर। सुकमा के एर्राबोर में पोटा केबिन में पढ़ने वाली 5 साल की बच्ची से गैंगरेप पर राजनीति गरमा गई है। भाजपा इसको लेकर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास कर रही है। पार्टी की महिला नेत्रियां पीडि़त परिवार और ग्रामीणों से मुलाकात करने जा रही हैं। वहीं, कांग्रेस के नेता इस मामले में भाजपा पर स्तरहीन राजनीति करने का आरोप लगा रही है।
सुकमा में 5 साल की मासूम से हैवानियत के दर्द से प्रदेश की हर मां रो रही है :रंजना साहू
भाजपा की प्रवक्ता और विधायक रंजना साहू ने कहा कि प्रदेश में चहुंओर कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है, मासूम बच्चियों से लेकर वृद्ध महिलाओं की अस्मिता के लुटेरे दरिंदगी की हदें पार करते जा रहे हैं और प्रदेश सरकार सियासी ड्रामेबाजी में मशगूल है। साहू ने कहा कि एर्राबोर के शासकीय कन्या आवासीय विद्यालय में घटी इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बावजूद प्रदेश सरकार कानून-व्यवस्था के राज की दुहाई देती है तो यह प्रदेश को शर्मसार करने वाली बात है। प्रदेश के शैक्षणिक व आवासीय आश्रमों-छात्रावासों में भी अगर बच्चियों की सुरक्षा यह सरकार और उसके कारिंदे सुनिश्चित नहीं कर पा रहे हैं, तो ऐसी बेशर्म और नाकारा सरकार को छत्तीसगढ़ पर असहनीय बोझ बनकर एक क्षण भी सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। आश्रम अधीक्षिका द्वारा इस मामले को तीन दिनों तक दबाए रखना और गुमराह करना बेहद गंभीर मामला है। यदि भाजपा के जागरूक कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधि इस मामले को सामने लाकर आवाज नहीं उठाते तो यह मामला रफा-दफा हो जाता।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता साहू ने कहा कि इस मामले में आरोपियों और घटना के जानकारों को राजनीतिक संरक्षण देकर बचाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस घटना से प्रदेश की कांग्रेस सरकार का घोर आदिवासी विरोधी चरित्र एक बार फिर बेनकाब हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने विधानसभा में जिन आंकड़ों का हवाला दिया है, उससे इस बात की तस्दीक हो रही है कि कांग्रेस के पूरे शासनकाल में लगभग 5 हजार वारदातें दुष्कर्म की घटी हैं और महिला सुरक्षा के तमाम सरकारी दावे खोखले साबित हुए हैं। साहू ने कहा कि प्रदेश सरकार के निकम्मेपन की सजा प्रदेश की निर्दोष बच्चियों से लेकर वृद्ध महिलाएं भुगत रही हैं और कांग्रेस के नेता, पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि दुष्कर्म के आरोपियों को संरक्षण देकर प्रदेश को गर्त में धकेल रहे हैं।
मंत्री कवासी लखमा से इस्तीफा की मांग
भाजपा के सुकमा जिला अध्यक्ष धनीराम बारसे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कोंटा के विधायक व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के इस्तीफा की मांग की है। बारसे का कहना है कि सुकमा जिला में इस प्रकार एक महीना के अंदर-अंदर नाबालिक बच्ची पर दुष्कर्म का यह दूसरा मामला है। सुकमा का कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। उन्होंने कहा कि इस भयानक मामले में अब तक गिरफ्तारी न होना किसी घोर आश्चर्य से कम नही। बारसे ने कहा कि पोटा केबिन के अंदर भी बच्ची सुरक्षित नहीं। पोटा केबिन अधीक्षक के पद पर कवासी लखमा के इशारे पर मोटी कमीशन वसूल करके नाकाबिल लोगों की नियुक्तियां की जा रही है।
भाजपा किस मुंह से करती है बात- कांग्रेस
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि भाजपा किस मुंह से यह सब बात करती है। इनकी सरकार में झलियामारी में छह से 14 साल की मासूम बच्चियों के साथ लगातार दरिंदगी होती रही, लेकिन भाजपा सरकार ने दोषियों के खिलाफ एफआईआर तक नहीं किया। हमारे तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल के नेतृत्व में हुए आंदोलन के बाद एफआईआर दर्ज की गई है।
देखे वीडियो क्या कहा कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष शुक्ला ने