CM Vishnudeo Sai: मेरी सरलता पर मत जाइये...कठोर फैसले लेने में मैं पीछे नहीं, “खटाखट“ पर “साएँ-साएँ“ भारी, पढ़िये सीएम विष्णुदेव साय ने ऐसा क्यों कहा...
CM Vishnudeo Sai: ’नई दिल्ली में सुशासन संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जनता के सवालों का बेबाकी से दिया जवाब’। उन्होंने कहा कि जनता के लिए वे भले ही विनम्र हैं मगर राज्य के हित के लिए कडे़ फैसले लेने में पीछे नहीं।
CM Vishnudeo Sai: नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज नई दिल्ली के होटल अशोका में आयोजित सुशासन संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में उन्होंने जनता के सवालों का बेबाकी से जवाब दिया और राज्य में सुशासन की दिशा में उठाए गए कदमों पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम के दौरान एक दर्शक ने मुख्यमंत्री साय से पूछा कि लोग कांग्रेस के “खटाखट“ से आपकी “साएँ-साएँ“ की तुलना करते हैं। दोनों में से आप किसे भारी मानते हैं? इस पर मुख्यमंत्री साय ने जवाब देते हुए कहा, “हमारी सरकार को अभी सिर्फ छह महीने हुए हैं। इन छह महीनों में हमने लोक सभा चुनाव भी कराया और अभी हाल ही में आचार संहिता समाप्त हुई है। फिर भी हमने चुनाव के समय जो वादे किए थे, उन्हें तुरंत पूरा किया। सरकार में आते ही हमने कमीशनखोरी पर लगाम लगाई और भ्रष्टाचार को बंद किया। जो कमीशनखोरी करने वाले लोग थे और ’खटाखट’ का नारा देते थे, उनके दिल में अब सन्नाटा छा गया है। आज छत्तीसगढ़ में जनता के काम तेजी से हो रहे हैं और हमने तीन करोड़ जनता का विश्वास फिर से हासिल किया है।“
दर्शकों में से एक ने पूछा, “मुख्यमंत्री जी, मैं हाल ही में रायपुर गया था और वहाँ किसी से पूछा कि यहाँ का मुख्यमंत्री कैसा है, तो उन्होंने कहा, बड़ा ही सीधा और सरल है। सीधा और सरल कैसे चल सकता है और अच्छा काम कर सकता है?“ इस सवाल पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “सीधा और सरल मेरा स्वभाव है। मेरे स्वभाव से मेरे कामों का आंकलन मत कीजिए। मेरा सालों का राजनीतिक सफर है। मैंने अपना कैरियर पंच के रूप में शुरू किया, फिर सरपंच, विधायक, प्रदेश अध्यक्ष बना, और मोदी जी के पहले कार्यकाल में केंद्रीय राज्यमंत्री बना। आज जनता के आशीर्वाद से मैं राज्य का मुखिया हूँ। मेरा सीधा और सरल स्वभाव जनता को मेरी ओर और नज़दीक लाने में मदद करता है। जनता बेबाकी से अपनी समस्याएँ मेरे सामने रखती है। लेकिन जहाँ निर्णय लेने की बात होती है और जनता के हित का सवाल होता है, मैं कठोर निर्णय लेने में पीछे नहीं हटता।“
मुख्यमंत्री ने बलौदा बाज़ार की हालिया घटना का उदाहरण देते हुए कहा, “यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण थी, लेकिन हमने दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की। आने वाले समय में भी हम कड़ी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेंगे, जो जनता के कामों में बाधा उत्पन्न करें। हमारी सरकार का उद्देश्य है कि छत्तीसगढ़ में सुशासन और विकास का माहौल बना रहे और जनता की समस्याओं का समाधान तेजी से हो।“
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि उनकी सरकार ने राज्य में विकास और सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने नक्सलवाद के विरुद्ध जमकर मुकाबला किया है। हमने नक्सली इलाकों में सुरक्षा कैंप स्थापित किए हैं और इन कैंपों के पांच किलोमीटर के दायरे में सभी आवश्यक सुविधाएँ मुहैया कराई हैं। इसके अलावा, हमने प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल और पारदर्शी बनाया है ताकि जनता को उनकी समस्याओं का समाधान जल्दी और प्रभावी तरीके से मिल सके।“
सुशासन संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री साय ने अपने दृष्टिकोण और योजनाओं को साझा करते हुए जनता को भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार राज्य के विकास और जनहित के कार्यों के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हम छत्तीसगढ़ को एक मॉडल राज्य बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास कर रहे हैं और इसके लिए हमें जनता के समर्थन और सहयोग की आवश्यकता है।“