Chief Minister of Odisha: ओडिशा में मोहन बने मुख्‍यमंत्री: सिंहदेव और परिदा बनाए गए डिप्‍टी सीएम, कल लेंगे शपथ...

Chief Minister of Odisha: ओडिशा का अगल मुख्‍यमंत्री कौन होगा, इस सवाल का जवाब मिल गया है। ओडिशा बीजेपी विधायक दल की बैठक में मोहन माझी को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया है। माझी कल प्रदेश के मुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ दो डिप्‍टी सीएम भी शपथ लेंगे।

Update: 2024-06-11 13:02 GMT

Chief Minister of Odisha: एनपीजी न्‍यूज डेस्‍क। क्‍योंझर सीट से लगातार चौथी बार के विधायक मोहन माझी को ओडिशा बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया है। माझी कल अपने दो डिप्‍टी सीएम के साथ ओडिशा के 16वें मुख्‍यमंत्री के रुप में शपथ लेंगे। माझी के साथ केवी सिंहदेव और प्रावति परिदा उप मुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेंगे। बता दें कि ओडिशा में पहली बार बीजेपी की सरकार बन रही है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में ओडिशा की 147 सीटों में बीजेपी ने 78 सीट पर जीत हासिल की है।


ओडिशा के सीएम बनने जा रहे मोहन माझी का पूरा नाम मोहन चरण माझी है। विधानसभा चुनाव में उन्‍होंने बीजू जनता दल की मीना माझी को 11 हजार 577 वोट से हराया है। माझी आदिवासी हैं और वे ओडिशा के पहले आदिवासी मुख्‍यमंत्री होंगे।

ओडिशा के नए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी का जीवन परिचय:- मोहन चरण माझी का जन्म ओडिशा के एक आदिवासी समुदाय में हुआ था। उनका जन्म और पालन-पोषण ओडिशा के क्योंझर जिले में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय स्कूलों से प्राप्त की और उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज में दाखिला लिया। शिक्षा के प्रति उनका लगाव और समाज सेवा की भावना ने उन्हें राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया। आइए जानते है उनके बारे में...

राजनीतिक जीवन की शुरुआत

मोहन चरण माझी का राजनीतिक सफर पंचायत स्तर से शुरू हुआ। उन्होंने 1997 से 2000 तक सरपंच के रूप में सेवा की और इस दौरान जनता के बीच उनकी लोकप्रियता बढ़ी। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें राजनीति में उच्च स्थान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

विधायक के रूप में करियर

मोहन चरण माझी पहली बार 2000 में ओडिशा विधानसभा के लिए चुने गए। उन्होंने क्योंझर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद, उन्होंने चार बार विधायक के रूप में सेवा की और अपने क्षेत्र में विकास और जनकल्याण के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए।

ओडिशा विधानसभा में भूमिका

मोहन चरण माझी ने ओडिशा विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल के मुख्य सचेतक के रूप में भी कार्य किया। उनके संगठनात्मक कौशल और जनसेवा के प्रति समर्पण ने उन्हें पार्टी के भीतर एक महत्वपूर्ण नेता के रूप में स्थापित किया। वह ओआरवी अधिनियम के तहत एससी और एसटी की स्थायी समिति के सदस्य भी रहे।

ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में चयन

2024 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने ओडिशा में पहली बार सत्ता हासिल की और मोहन चरण माझी को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना। भाजपा के विधायक दल की बैठक के बाद सर्वसम्मति से उनके नाम पर मुहर लगाई गई। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव ने ओडिशा के लिए पर्यवेक्षक के रूप में कार्य किया और माझी के नाम की घोषणा की।

नेतृत्व और विजन

मोहन चरण माझी को उनकी सार्वजनिक सेवा और संगठनात्मक कौशल के लिए जाना जाता है। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने माझी को एक युवा और गतिशील पार्टी कार्यकर्ता बताया, जो नए प्रमुख के रूप में राज्य को प्रगति और समृद्धि की राह पर आगे ले जाएंगे। भाजपा सांसद प्रदीप पुरोहित ने कहा कि पीएम मोदी ने ओडिशा में एक ऐसा मुख्यमंत्री देने का वादा किया था, जिसे यहां की भाषा-संस्कृति का ज्ञान हो और जो ओडिशा के विकास का विजन रखता हो।

मोहन चरण माझी का जीवन और उनकी उपलब्धियाँ प्रेरणादायक हैं। उन्होंने राजनीति के हर स्तर पर अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से सफलता प्राप्त की है। एक सरपंच से लेकर मुख्यमंत्री तक का उनका सफर, जनता के प्रति उनकी सेवा भावना और विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ओडिशा के नए मुख्यमंत्री के रूप में, उनसे उम्मीद की जाती है कि वे राज्य को प्रगति और समृद्धि की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।

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