CG 9 को चक्काजाम: आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा ST मोर्चा ने खोला 'मोर्चा', चरणबद्ध आंदोलन की रणनीति बनाई; अब आगे...
रायपुर। आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा ST (अनुसूचित जनजाति) मोर्चा ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। 32% से आरक्षण 20% करने के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन की रणनीति बनाई है। इसके अंतर्गत 9 नवंबर को सभी जिला मुख्यालयों में चक्काजाम किया जाएगा। इसके बाद संभाग स्तरीय गौरव दिवस प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।
अजजा मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री रामविचार नेताम, विक्रम उसेंडी, रामसेवक पैकरा, महेश गागड़ा, मोर्चा अध्यक्ष विकास मरकाम, प्रदेश अनुसूचित जनजाति मोर्चा प्रभारी खामसिंग माझी, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने एकात्म परिसर में मीडिया से बातचीत में कहा कि आज भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति बैठक संपन्न हुई। इसमें आदिवासी समाज का आरक्षण 32% से घटाकर 20% किए जाने और बस्तर, सरगुजा व बिलासपुर संभाग के जिलों से स्थानीय भर्ती प्राथमिकता को समाप्त किए जाने पर राज्य सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया गया। हाईकोर्ट के निर्णय के बाद प्रदेश के शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में जो अनिर्णय की स्थिति इस सरकार ने बना रखा है, उसकी भी घोर निंदा करते हुए भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार को चेताया कि एक तरफ बिना अधिसूचना के मेडिकल शिक्षा के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में अजजा वर्ग के लिए 20% का असंवैधानिक आरक्षण रोस्टर लागू कर आदिवासियों का अधिकार छीना जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार पर दोहरी नीति का आरोप लगाते हुए कहा कि 32% आरक्षण के विरुद्ध मुख्य प्रतिवादी रहे केपी खांडे को अनुसूचित जाति आयोग का अध्यक्ष बनाकर आदिवासियों के जले पर नमक छिड़का गया है। सोई हुई राज्य सरकार 32% आरक्षण पर न कोई विधेयक ला रही है, न कोई अध्यादेश, न आदिवासियों के 32% आरक्षण के लिए कोई रोस्टर। केवल 'समिति और प्रकोष्ठ' के झुनझुने से आदिवासियों को ठगने और बरगलाने की कोशिश में लगे हैं। इस विषम परिस्थिति में भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा ने पूरे प्रदेश में कांग्रेस सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंकने का निर्णय लिया है।
9 नवंबर को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में चक्का जाम किया जाएगा। इसके बाद आगामी 16 से 20 नवंबर तक संभाग स्तरीय गौरव दिवस प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। बस्तर में 21 नवंबर को और सरगुजा संभाग में 28 नवंबर को संभागीय मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन और रोष व्यक्त किया जाएगा। इसी तरह शहीद वीरनारायण सिंह के बलिदान दिवस 10 दिसंबर को भाजपा ने जनजातीय अधिकार दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत जनजातीय समाज अपने अधिकारों के लिए बस्तर, सरगुजा और बिलासपुर संभाग के सभी अनुसूचित जनजाति विधानसभा मुख्यालयों में प्रदर्शन किया जाएगा।